एआईएडीएमके से निष्कासित सांसद शशिकला पुष्पा ने जयललिता के इलाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अम्मा को दिल्ली लाएं. उन्होंने चेन्नई में चल रहे उनके इलाज में गड़बड़ी की बात भी कही. सांसद ने इसके पीछे साजिश का भी हाथ बताया.
शशिकला ने कहा कि उनकी तबीयत को लेकर कोई पारदर्शिता नहीं है. लोग जानना चाहते हैं कि वो जिंदा है या नहीं. प्रधानमंत्री को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए. मुझे संदेह है कि वहां कुछ तो गड़बड़ी है. दो महीने से किसी को पता नहीं है कि क्या चल रहा है. कुछ तो सीक्रेट है. मैं भारत के प्रधानमंत्री से अनुरोध करती हूं कि उन्हें एम्स लाया जाना चाहिए. उनका इलाज सरकार के नियंत्रण में होना चाहिए, निजी अस्पताल के भरोसे नहीं. उनका कोई परिवार नहीं है. हम उनके बच्चे हैं, हमें उनकी चिंता है.
सांसद ने कहा कि पीएम से अनुरोध है कि एक आपातकाल कमेटी का गठन किया जाए, जो कि उनके स्वास्थ्य की जानकारी ले. ताजा जानकारी है कि उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है. फिर क्यों विधायकों की बैठक बुलाई गई है? शशिकला नटराजन ने विधायकों की बैठक बुलाई है. शशिकला नटराजन को जयललिता का करीबी माना जाता है. जयललिता जिस कमरे में भर्ती हैं, वहां जाने की इजाजत सिर्फ 5 लोगों को है. इनमें जया की नजदीकी शशिकला भी हैं, जो उनके घर में ही रहती थीं. इसके अलावा फैमिली डॉक्टर शिवकुमार, राज्यपाल और दो अन्य लोग हैं.
आईजीआई एयरपोर्ट पर DMK सांसद को थप्पड़ जड़ने पर राज्यसभा सांसद शशिकला पुष्पा को जयललिता ने AIADMK से बाहर कर दिया था. पार्टी महासचिव जयललिता ने कहा था कि शशिकला को AIADMK की छवि खराब करने के चलते पार्टी से निकाला गया. शशिकला पुष्पा पर आरोप थे कि उन्होंने DMK के सांसद तिरुचि शिवा को सरेआम चार थप्पड़ मार दिए थे. DMK सांसद ने तमिलनाडु की सीएम जे जयललिता के खिलाफ कुछ कमेंट किया था, जिसके बाद शशिकला ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया.