बैंकों में माफिया बने भ्रष्ट अधिकारियों को बेनकाब करती आजतक/इंडिया टुडे की विशेष टीम की रिपोर्ट के बाद देश भर से प्रतिक्रियाएं आई हैं. वहीं ऑल इंडिया बैंक इम्पलॉइज एसोसिएशन (AIBEA) ने नोटबंदी के अमल में 'नाकाम' रहने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को दोषी ठहराया है.
RBI के खिलाफ हो ED जांच
AIBEA के उपाध्यक्ष विश्वास उतागी ने कहा- 'अगर दस लाख बैंक कर्मचारियों में से 200 काले धन को सफेद में बदल रहे हैं, तो आप सभी बैंक कर्मचारियों को भ्रष्ट नहीं ठहरा सकते हैं. नोटबंदी की 'नाकामी' के लिए RBI जिम्मेदार है.'
उतागी ने आरोप लगाया कि जमाखोर सीधे केंद्रीय बैंक (RBI) में अपने 'कॉन्टैंक्ट' के जरिये कैश हासिल कर रहे हैं. उतागी ने कहा- 'RBI बैंकों को कैश मुहैया नहीं करा रहा. RBI के खिलाफ ED जांच होनी चाहिए.'
बैंकों में भ्रष्टाचार के लिए कैश की किल्लत जिम्मेदार
आम आदमी पार्टी की नेता और पूर्व बैंकर मीरा सान्याल ने जोर देकर कहा कि भारत के बैंकिंग सिस्टम में ज्यादातर अधिकारी ईमानदार हैं. सान्याल ने इंडस्ट्री में भ्रष्टाचार के लिए कैश की भारी किल्लत को जिम्मेदार ठहराया, जैसा कि आज तक/इंडिया टुडे की विशेष टीम की तहकीकात में भी सामने आया.
सान्याल ने इस बात पर भी चिंता जताई कि आम लोगों का बैंकों से भरोसा उठ रहा है. उन्होंने नित नए नीतिगत बदलावों के संदर्भ में ये बात कही. सान्याल ने कहा, 'असली त्रासदी ये है कि हमने बैंकिंग सिस्टम पर भरोसे की कमी को देखना शुरू कर दिया है.'
वहीं, बीजेपी सदस्य पीएन विजय ने आज तक/इंडिया टुडे की विशेष जांच टीम की ओर से कैमरे पर कैद किए गए बैंक अधिकारियों की कड़ी भर्त्सना की. विजय ने कहा कि ऐसे ही लोग देश को शर्मसार कर रहे हैं. विजय ने ये भी कहा कि बैंकों के उच्च प्रबंधन भी अपने संस्थानों में भ्रष्टाचार होने देने के लिए बराबरी के जिम्मेदार हैं.