दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डाक्टरों ने रक्त परिसंचरण रोके बिना ही रक्त आपूर्ति करने वाली महाधमनी (अरोटा) को बदलने का दावा किया जिससे सर्जरी के बाद होने वाली स्नायु संबंधी परेशानियों से बचा जा सकता है.
भारत में इस प्रकार का यह पहला आपरेशन है.
एम्स के कार्डियोथोरासिक वस्कुलर सर्जरी विभाग के डा शिव चौधरी ने बताया, ‘हमने महाधमनी के बडे हिस्से को पारंपरिक तरीके के बजाय नयी प्रविधि से बदल दिया. हमने ऐसा सर्जरी के बाद होने वाली मस्तिष्क संबंधी स्थायी समस्या के समाधान के लिए किया है. ऐसा भारत में पहली बार हुआ है.’
ऑपरेशन के कुछ ही घंटों बाद 27 वर्षीय मरीज रश्मि कटियार बिना किसी मदद के वार्ड में घूमते हुए नजर आयी.