तेलंगाना में डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के बाद जला देने के सभी आरोपियों के एनकाउंटर पर असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें एनकाउंटर पसंद नहीं है. संविधान देश की भावनाओं से नहीं चलेगा. जहां तक इस घटना का सवाल है तो यह घटना हैदराबाद में नहीं हुई बल्कि यह रंगारेड्डी जिले में घटना हुई.
मैंने अपने लोगों को वहां भेजाः ओवैसी
एनकाउंटर पर सवाल उठाने वाले ओवैसी की ओर से इस रेप कांड पर कुछ नहीं कहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह घटना हैदराबाद की जगह रंगारेड्डी जिले की है. यहां से हमारी पार्टी के एक नेता (रहमत बेग) पीड़ित परिवार के घर गए और उनसे मुलाकात की. मैंने इस पर बयान दिया और हमारे लोग वहां पर गए भी. कुछ नहीं कहने का आरोप बिल्कुल गलत है. यहां तक कि मैंने पुलिस अफसरों से इस संबंध में बात की. रहमत बेग को मैंने ही कहा कि वहां जाओ और उनका दुख-दर्द बांटो.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी इस प्रकरण की आलोचना की और इसे वीभत्स करार दिया. उनके मंत्रियों ने भी इस घटना की आलोचना की.
एनकाउंटर पर ओवैसी ने कहा कि अजमल कसाब आतंकवादी था और पाकिस्तान से आकर हम पर हमला किया. फिर भी उसे पूरी कानूनी मदद दी गई. आतंकी कसाब को कानूनी प्रकिया के तहत सजा दी गई और इन्हें नहीं दी गई जो गलत है. इन आरोपियों के जेल में जाने से जो जिंदगी हराम होती है, सजा मिलेगी तो ये तड़पेंगे. यह होना चाहिए था.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस एनकाउंटर पर मैंने कहा कि मजिस्ट्रेट जांच होगी, मानवाधिकार आयोग कार्रवाई करेगा. मुझे एनकाउंटर पसंद नहीं. कई बच्चों पर झूठे आरोप लगाकर एनकाउंटर कर दिया गया. इस मामले की जांच होनी चाहिए.
पुनर्विचार याचिका हमारा हकः ओवैसी
सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या के फैसले पर ओवैसी ने कहा कि वह फैसले से संतुष्ट नहीं हैं. फैसले को लेकर कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की जा रही है. पुनर्विचार याचिका हमारा हक है और हम इसका इस्तेमाल जरूर करेंगे.
ओवैसी ने कहा कि जब एससी-एसटी एक्ट और सबरीमाला पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार याचिका डाली गई. सबरीमाला मामले पर तो सुप्रीम कोर्ट में तीसरी बार पुनर्विचार किया जा रहा है.
ओवैसी ने कहा कि कोर्ट ने अपने फैसले में मूर्तियों को रखना गलत माना है. कोर्ट ने यह भी नहीं कहा है कि वहां पर मंदिर तोड़कर मस्जिद नहीं बनाई गई. कोर्ट ने ढांचे को तोड़ना गलत माना है. हम कोर्ट के फैसले से खुश नहीं है.