मॉब लिंचिंग को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए सोमवार को ओवैसी ने कहा, 'मेरे विधेयक में मॉब लिंचिंग को रोकने के लिए मौजूदा व्यवस्था में सुधार करके स्वतंत्र जांच और मुकदमा चलाना प्रस्तावित था. जब तक गलती करने वाले पुलिसकर्मी और आरोपी समय सीमा के अंदर दंडित नहीं होते हैं, तब तक मॉब लिचिंग नहीं रुकेगी. ये रॉकेट साइंस नहीं है.'
The Bill I’d proposed to curb mob violence sought to fix shoddy enforcement by ensuring independent investigation & prosecution
Unless errant cops are penalised & accused are imprisoned in a time-bound manner, the mob will only feel emboldened
It’s not rocket science @AmitShah https://t.co/z6KpjfWwf8
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 26, 2019
कुछ दिन पहले झारखंड में तबरेज अंसारी नाम के एक शख्स को ‘जय श्री राम’ का नारा नहीं लगाने की वजह से भीड़ ने पीट-पीट कर मार दिया था. इस मामले पर काफी विवाद हुआ और इसकी चर्चा संयुक्त राष्ट्र तक में सुनी गई. इस मुद्दे पर भी असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार को घेरा कहा कि 'संघियों ने ऐसे कारनामे किए हैं, जिनकी चर्चा आज संयुक्त राष्ट्र में भी हो रही है.'
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने टि्वटर पर लिखा, ‘शाबाश, संघी मॉब लिंचर्स, आपने अपने अमानवीय कारणों से भारत के सम्मान को ठेस पहुंचाई है, जिसका जिक्र संयुक्त राष्ट्र में भी किया जा रहा है. स्कॉटलैंड के जज ने बिल्कुल ठीक कहा है ये संविधान की लिंचिंग है.’