देश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान के तहत पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार (1 मार्च) को वैक्सीन का पहला शॉट लगवाया. पीएम मोदी ने दिल्ली के AIIMS में भारत बायोटेक के कोवैक्सीन टीके की पहली डोज ली. पीएम के डोज लेने के बाद AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने वैक्सीन पर सवाल उठाया है.
ओवैसी ने जर्मन सरकार की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कोविशील्ड वैक्सीन की प्रभावकारिता पर सवाल उठाया. AIMIM नेता ने दावा किया कि कोविशील्ड 18 से 64 साल के लोगों पर प्रभावी है. लेकिन यह वैक्सीन 64 से ऊपर के लोगों पर काम नहीं करती. ऐसे में पीएम मोदी का कोविशील्ड की जगह आज भारत बायोटेक के कोवैक्सीन की डोज लेना क्या महज संयोग है.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार को कोविशील्ड और कोवैक्सीन को लेकर उपजे कन्फ्यूजन को दूर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि क्या सरकार इस संशय को दूर कर सकती है. हालांकि मैं सभी से वैक्सीन लेने के लिए कहता हूं.
उधर, कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मैंने एम्स में कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज ली. कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में हमारे डॉक्टरों व वैज्ञानिकों ने बेहद कम समय में असाधारण काम किया. पीएम मोदी ने कहा कि मैं उन सभी लोगों से कोरोना वैक्सीन लगवाने की अपील करता हूं, जो इसके पात्र हैं. आइए, हम सब मिलकर भारत को कोरोना मुक्त बनाएं.
पीएम मोदी के बाद देश के कई राज्यों के सीएम और मंत्रियों ने भी कोरोना वैक्सीन की डोज ली है. हालांकि, AIMIM नेता ने नया दावा करते हुए एक नई बहस को जन्म दे दिया है.