राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के हिंदू राष्ट्र पर दिए बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. ओवैसी ने कहा है कि हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना असुरक्षा से उत्पन्न कल्पना की उड़ान है.
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हिंदू राष्ट्र का विचार हिंदू वर्चस्व पर आधारित है. इसका मतलब है जो भी हिंदू नहीं है, उसे वश में करना है. अल्पसंख्यकों को केवल भारत में रहने की अनुमति दी जाएगी. संविधान के अनुसार हम इंडिया यानी भारत हैं. हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना असुरक्षा से उत्पन्न कल्पना की उड़ान है.
The idea of Hindu Rashtra is based on Hindu supremacy. It means subjugation of anyone who isn’t Hindu. Minorities will only be ‘allowed’ to live in India
According to the Constitution we’re India i.e Bharat. Hindu Rashtra is a flight of fantasy borne out of insecurities https://t.co/dtmSQvetIf
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 9, 2019Advertisement
इसके अलावा हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने मॉब लिंचिंग पर दिए मोहन भागवत के बयान पर भी निशाना साधा. ओवैसी का कहना है कि जिस विचारधारा ने महात्मा गांधी और तबरेज की हत्या की, उससे ज्यादा भारत की बदनामी नहीं हो सकती. ओवैसी ने कहा, 'मोहन भागवत लिंचिंग की घटनाओं पर रोक लगाने की बात नहीं कह रहे हैं, बल्कि वो ये कह रहे हैं कि इसे लिंचिंग न कहा जाए.'
क्या कहा था मोहन भागवत ने?
बता दें कि मंगलवार को विजयदशमी के मौके पर संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि मॉब लिंचिंग देश को बदनाम करने के लिए भारत के संदर्भ में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. इसके अलावा विजयदशमी के मौके पर नागपुर में आयोजित कार्यक्रम में भागवत ने भारत को हिंदू राष्ट्र बताया. कार्यक्रम में भागवत ने कहा, 'संघ अपने इस नजरिए पर अडिग है कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है. राष्ट्र के वैभव और शांति के लिए काम कर रहे सभी भारतीय हिंदू हैं.'