जम्मू-कश्मीर के मामले पर एआईएमआईएम के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन औवैसी ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि 80 साल के फारूक अब्दुल्ला पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) लगाना कितना जायज है. सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से एक दिन पहले सरकार ने रविवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला को पीएसए के तहत हिरासत में लिया.
सरकार की इस हरकत पर भड़कते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि क्या केंद्र सरकार फारूक अब्दुल्ला से डर गई है. 80 साल के बुजुर्ग पर इतने कड़े एक्ट लगाया जाना यह साबित करता है कि वहां पर स्थिति गड़बड़ है और सब कुछ सही नहीं चल रहा. उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री अब्दुल्ला से मिलते हैं और अचानक ही वह देश के लिए खतरा बन जाते हैं.
'अब क्या कहेंगे अमित शाह'
ओवैसी ने केंद्रीय गृह मंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि अमित शाह ने संसद में कहा था कि अब्दुल्ला को न पकड़ा गया है और हिरासत में लिया गया है. अब वह इस पर क्या कहेंगे. अब्दुल्ला और मसरत आलम को एक ही कैटेगरी में रखा गया है. उन्होंने कहा कि सरकार झूठ बोल रही है. सरकार हर चीज को छुपाने की कोशिश कर रही है.जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद को वहां जाने के लिए सरकार से परमिशन लेने की क्यों जरूरत पड़ रही है.
इससे पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) के तहत हिरासत में ले लिया गया. पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत हिरासत में लिए जाने वाले शख्स को 2 साल तक बिना किसी सुनवाई के हिरासत में लिया जा सकता है.
राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला पिछले महीने 5 अगस्त से हाउस अरेस्ट हैं. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री पर पीएसए के तहत एक दिन पहले ही रविवार को केस दर्ज किया गया है.