ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता वारिस पठान ने अपने भड़काऊ बयान पर एक बार फिर से सफाई दी है, लेकिन माफी नहीं मांगी है. अब वारिस पठान ने दलील दी कि उनके बयान को गलत तरीके से लिया गया है. वारिस पठान ने अपने भड़काऊ बयान पर फिर से सफाई तब दी है, जब AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उनके मीडिया से बात करने पर रोक लगा दी है.
शुक्रवार को अपने भड़काऊ बयान पर फिर से सफाई देते हुए वारिस पठान ने कहा, ‘मैं बताना चाहता हूं कि पांच दिन पहले गुलबर्गा में जनसभा में दिए गए मेरे बयान को मीडिया गलत तरीके से चला रहा है. मैं फिर से दोहराना चाहता हूं कि मैं जानबूझकर या अंजाने में कुछ भी ऐसा नहीं कह सकता हूं, जिससे किसी जाति, समुदाय या लिंग की भावना आहत होती हो. मुझे भारतीय होने पर गर्व है और मैं इस देश की बहुलता का सम्मान करता हूं. हालांकि मैं भी उन दूसरे भारतीय की तरह गुस्से में हूं, जो इस देश के संविधान में विश्वास करते हैं.’
वारिस पठान ने कहा, ‘सीएए, एनआरसी और एनपीए के खिलाफ देशभर में लोग लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस मसले को सुलझाने में उपेक्षा कर रही है. मैं और मेरी पार्टी किसी भी ऐसी चीज का समर्थन नहीं करते हैं, जो जाति और धर्म के आधार पर लोगों को बांटती हो.’ हालांकि वारिस पठान ने अपने भड़काऊ बयान पर अब तक माफी नहीं मांगी है.
निजामी ने दिया करारा जवाब
आपत्तिजनक बयान पर कांग्रेस नेता सलमान निजामी ने वारिस पठान को करारा जवाब दिया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, वारिस पठान 15 करोड़ मुसलमान हमेशा 100 करोड़ हिंदुओं के साथ खड़े हैं. हम एक हैं. भारत एक है. तुम 200 मिलियन भारतीय मुसलमानों के 'ठेकेदार' नहीं हो. महाराष्ट्र के लोग तुम्हें खारिज कर चुके हैं भारत तुम्हें और तुम्हारी नफरत भरी राजनीति को खारिज करता है.
Hey Waris Pathan!
15 crore MUSLIMS will always STAND with 100 crore HINDUS. We are ONE. India is ONE. You are not the 'thekedar' of 200 Million Indian Muslims. People of Maharashtra have rejected you. India rejects you & your hate politics!
— Salman Nizami (@SalmanNizami_) February 21, 2020
पहले भी सफाई दे चुके हैं वारिस पठान
इससे पहले गुरुवार को अपनी सफाई में वारिस पठान ने कहा था, 'मैंने देश और किसी धर्म के खिलाफ कुछ भी गलत नहीं कहा है. सीएए के खिलाफ हर धर्म के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी के नेता तो गोली तक मारने की बात कहते हैं. भारतीय जनता पार्टी देश के लोगों को बांटना चाहती है. हालांकि मैं अपने बयान पर माफी नहीं मांगूंगा.'
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गुरुवार को अपनी सफाई में उन्होंने कहा था कि आज भारत में 130 करोड़ की आबादी है, ये भाजपा के नेता हमें उसमें से अलग करना चाहते हैं. हम इस देश का अटूट हिस्सा हैं. इस देश पर जितना पीएम मोदी का हक है, उतना ही अधिकार वारिस पठान का भी है.
क्या था वारिस पठान का भड़काऊ बयान?
कर्नाटक के गुलबर्गा में जनसभा को संबोधित करते हुए AIMIM के पूर्व विधायक वारिस पठान ने कहा था, 'हमने ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख लिया है. मगर हमको इकट्ठा होकर चलना पड़ेगा. आजादी लेनी पड़ेगी और जो चीज मांगने से नहीं मिलती है, उसको छीन लिया जाता है. हमको कहा जा रहा है कि हमने अपनी मां और बहनों को आगे भेज दिया है. हम कहते हैं कि अभी सिर्फ शेरनियां बाहर निकली हैं, तो आपके पसीने छूट गए. अगर हम सब साथ में आ गए, तो सोच लो क्या होगा. हम 15 करोड़ ही 100 करोड़ लोगों पर भारी हैं. यह बात याद रख लेना.'
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