चीफ ऑफ स्टाफ (सीओएससी) सुनील लांबा 31 मई को सेवानिवृत हो रहे हैं. वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ नौसेना प्रमुख लांबा का स्थान लेंगे. रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को धनोआ की नियुक्ति पर मोहर लगा दी. नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने धनोआ को सीओएससी के अध्यक्ष का बैटन प्रदान किया.
रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि वायुसेना प्रमुख बीरेंद्र सिंह धनोआ 31 मई से चेयरमैन सीओएससी के चेयरमैन होंगे. वह नौसेना प्रमुख सुनील लांबा की जगह लेंगे. चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमेन के पास तीन सेनाओं के बीच तालमेल सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी होती है. देश के सामने मौजूद बाहरी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सामान्य रणनीति तैयार करने का दायित्व भी सीओएससी का ही होता है.
गौरतलब है कि चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी में सेना, नौसेना और वायुसेना प्रमुख रहते हैं. सबसे वरिष्ठ सदस्य को इसका चेयरमैन नियुक्त किया जाता है. यह रस्मी पद वरिष्ठतम सदस्य को रोटेशन के आधार पर रिटायरमेंट तक दिया जाता है. धनोआ 31 मई से अपने रिटायरमेंट तक सीओएससी के चेयरमैन बने रहेंगे.
बता दें कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद बनाए जाने की चर्चा कुछ वर्ष पूर्व थी.
कौन हैं धनोआ
एयर चीफ मार्शल धनोआ राष्ट्रीय भारतीय सैन्य महाविद्यालय और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे हैं. वह 1978 में भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग ब्रांच में अधिकारी बने थे. धनोआ पश्चिमी वायु कमान में एक फ्रंटलाइन फाइटर बेस की कमान, फाइटर ऑपरेशन और वार प्लानिंग के निदेशक, डीएसएससी में चीफ इंस्ट्रक्टर (वायु), वायु सेना मुख्यालय में वायु सेना (इंटेलिजेंस) के सहायक प्रमुख और दो ऑपरेशनल कमानों के वरिष्ठ वायु सेना अधिकारी का पद संभाल चुके हैं. वह दक्षिण पश्चिम वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ और वायु सेना के उप प्रमुख भी रहे हैं.