घाटे में चल रही एअर इंडिया के विनिवेश के फैसले के बाद विपक्षी दलों ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं. 2019 के चुनावों के लिए बीजेपी और कांग्रेस विरोधी मोर्चे के गठन में जुटीं तृणमूल कांग्रेस की शीर्ष नेता ममता बनर्जी ने कहा है कि सरकार को देश बेचने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
ममता बनर्जी ने कहा है, 'मुझे मीडिया के जरिए जानकारी मिली है कि सरकार एअर इंडिया में हिस्सेदारी बेच रही है. यह हमारे देश का गहना रहा है. हम इसका कड़ा विरोध करते हैं और इस फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग करते हैं. इस सरकार को हमारा देश बेचने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए.'
ममता बनर्जी के बाद उनकी पार्टी के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने भी सरकार के इस कदम का विरोध किया. उन्होंने कहा, 'एअर इंडिया में विनिवेश के फैसले की संसद की स्टैंडिंग कमेटी समीक्षा कर रही है. अभी हितधारकों को बुलाया ही जा रहा है, उनकी बातें सुनी जा रही हैं. रिपोर्ट आनी बाकी है. सरकार अभी कैसे यह कदम उठा सकती है?'I am sorry to read in the media about the Govt inviting expression of interest for selling Air India, the jewel of our nation. We strongly oppose this and want this order to be withdrawn immediately. This Govt must not be allowed to sell our country
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) March 28, 2018
The proposed disinvestment of Air India is still being examined by the Parliamentary Standing Committee of Transport Tourism & Culture. Stakeholders are being called. Views heard. Report still some time away. How come these moves from Govt? https://t.co/mnUYBEMyNf
— Derek O'Brien (@derekobrienmp) March 28, 2018
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने बुधवार को घोषणा की है एअर इंडिया के विनिवेश के लिए बोली लगाई जाएगी . इसके लिए सरकार ने अर्नेस्ट एंड यंग को ट्रांजैक्शन एडवायजर के तौर पर नियुक्त भी कर लिया है. सरकार एअर इंडिया में अपनी 76 फीसदी हिस्सेदारी बेचने जा रही है.
इस नीलामी में एयर इंडिया की सब्सिडरी AISAT और AIXL की भी 50 फीसदी हिस्सेदारी शामिल होगी. इस नीलामी में हिस्सा लेने के इच्छुक बिडर्स को 28 मई तक का समय दिया गया है.