एअर इंडिया ने स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले अपने 48 पायलटों को रातोंरात बर्खास्त कर दिया है. बता दें कि ये वही पायलट हैं जिन्होंने पिछले साल इस्तीफा दे दिया था लेकिन नियमों के अनुसार 6 महीने की नोटिस अवधि के भीतर अपने इस्तीफे वापस ले लिए थे.
जानकारी के मुताबिक एअर इंडिया द्वारा इन पायलटों के इस्तीफे की वापसी पहले स्वीकार कर ली गई थी, लेकिन गुरुवार रात अचानक उसे रद्द कर दिया गया. जिसके साथ ही उन 48 पायलटों की सेवाओं को 13 अगस्त 2020 से तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया था.
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इस बीच, शुक्रवार को कुछ पायलटों को इस बारे में पता ही नहीं था कि उनकी सेवाएं कल रात से ही समाप्त कर दी गई थीं और अब वे एअर इंडिया के कर्मचारी नहीं रहे इस वजह से वे अपनी ड्यूटी पर भी पहुंच गए. जानकारी सामने आने के बाद पायलट यूनियन ने अब इस बारे में सीएमडी और नागरिक उड्डयन मंत्री से शिकायत करते हुए एक चिट्ठी लिखी है.
बता दें कि एअर इंडिया वैश्विक कोरोना महामारी के समय में वित्तीय संकट से गुजर रहा है. इसलिए वह पहले भी अपने कुछ स्टाफ को बिना सैलरी के पांच साल तक जबरन छुट्टी पर भेजने की बात कह चुकी है. उस वक्त इस बात को लेकर काफी विवाद हुआ था.
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उस वक्त एअर इंडिया के सीएमडी राजीव बंसल ने कहा था कि कोरोना संकट की वजह से एयरलाइंस को भारी नुकसान हो रहा है. खर्च कम करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं, जिसमें से एक कर्मचारियों की संख्या में कटौती भी है. उन्होंने कहा कि कंपनी अपने कुछ कर्मचारियों के पोस्ट रिटायरमेंट पर भी विचार कर रही है.