भारतीय वायुसेना से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि वायुसेना का एएन-32 विमान असम के जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के लिए उड़ान भरने के बाद लापता हो गया है. विमान जोरहाट से दिन में 12.25 पर उड़ा था, आखिरी बार उससे दोपहर 1 बजे संपर्क हुआ था. इसके बाद से ही उससे संपर्क नहीं हो पा रहा है. साथ ही इसकी तलाश के लिए कई विमानों को लगाया गया है.
वायुसेना के सूत्रों के मुताबिक, विमान में 8 क्रू मेंबर और 5 यात्री सवार हैं. विमान को खोजने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. फिलहाल, विमान से जुड़ी कोई भी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है. वहीं C-130J, AN-32 और दो Mi-17 को लापता विमान की तलाश के लिए लगाया गया है. साथ ही ये सर्च ऑपरेशन पूरी रात भर चलेगा.
C-130J, AN-32 and Mi-17 of IAF and Indian Army ALH helicopter launched to locate the missing aircraft. 2/4
— Indian Air Force (@IAF_MCC) June 3, 2019
इस मामले को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयर फोर्स के वाइस चीफ एयर मार्शल राकेश सिंह भदौरिया से बात की. वहीं राजनाथ सिंह ने कहा कि लापता विमान की तलाश के लिए कदम उठाएं गए हैं. साथ ही रक्षा मंत्री ने विमान में सवार सभी लोगों की सलामती की प्रार्थना की.
तीन साल पहले भी लापता हुआ था AN-32 विमान
2016 में चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर जा रहा AN-32 विमान लापता हो गया था. इसमें भारतीय वायुसेना के 12 जवान, 6 क्रू-मेंबर, 1 नौसैनिक, 1 सेना का जवान और एक ही परिवार के 8 सदस्य मौजूद थे. इसकी तलाश में 1 पनडुब्बी, 8 विमान और 13 पोत लगाए गए थे. इस विमान का लापता होना एक गुत्थी बन गया था. इसका न मलबा मिला था, न यात्री.
जानिए AN-32 विमान के बारे में
AN-32 का पूरा नाम Antonov-32 है. इस मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में 2 इंजन लगे होते हैं. यह विमान 55°C से भी अधिक के तापमान में 'टेक ऑफ' कर सकता है और 14, 800 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है. इस विमान में पायलट, को-पायलट, गनर, नेविगेटर और इंजीनियर सहित 5 क्रू-मेंबर होते हैं. इसमें अधिकतम 50 लोग सवार हो सकते हैं.
AN-32 भारतीय वायुसेना के मध्यम श्रेणी के विमान सेवा के लिए रीढ़ की हड्डी है. भारतीय वायुसेना के बेड़े में इस वक्त करीब 100 AN-32 विमान हैं जो मुख्य तौर पर ट्रांसपोर्ट के काम में लगे हैं. दुनिया में करीब 240 विमान ऑपरेशनल हैं. इस वक्त भारतीय वायुसेना के अलावा श्रीलंका, अंगोला और यूक्रेन की वायुसेना के पास भी ये विमान हैं.