पाकिस्तान पर हुए एयरस्ट्राइक को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर सवाल उठाया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि वायुसेना के वाइस एयर मार्शल ने एयरस्ट्राइक में घायलों पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. विदेश मंत्रालय ने भी अपने बयान में कहा था कि कोई नागरिक या सैन्य अधिकारी हताहत नहीं हुआ है, तो किसने मरने वालों की संख्या 300-350 बताई?
चिदंबरम ने कहा कि भारतीय वायुसेना की शानदार उपलब्धि पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने अपनी सलामी दी थी. मोदीजी यह क्यों भूल गए हैं? इससे पहले एक और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी एयर स्ट्राइक के सबूत मांगते हुए कहा कि देश से हमले की जानकारी साझा करें.
Congress President Rahul Gandhi was the first to salute the Indian Air Force for its splendid achievement. Why has Mr Modi forgotten that?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) March 4, 2019
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा कि एक गर्वित नागरिक के रूप में मैं अपनी सरकार पर विश्वास करने के लिए तैयार हूं, लेकिन अगर हम चाहते हैं कि एयरस्ट्राइक को लेकर दुनिया को विश्वास हो. इसके लिए सरकार को प्रयास करना चाहिए. न कि विपक्ष को कोसने में समय बर्बाद करना चाहिए.
IAF Vice Air Marshal declined to comment on casualties. MEA statement said there were no civilian or military casualties. So, who put out the number of casualties as 300-350?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) March 4, 2019
इससे पहले पी. चिदंबरम ने कहा कि खुफिया रिपोर्टों के हवाले से 'वीक' पत्रिका ने 3 मार्च के अंक में कहा है कि पुलवामा हमला खुफिया चूक थी. दिल्ली और राज्य की राजधानियों में स्थापित मल्टी एजेंसी सेंटर (मैक) का क्या हुआ? सरकार 'वीक' पत्रिका के आरोपों का जवाब देने और मल्टी एजेंसी सेंटर की भूमिका को समझाने के लिए बाध्य है. पुलवामा और उसके बाद की घटनाओं को नजरअंदाज करना या कुछ दिनों के बाद भूल जाना बेहद खतरनाक होगा.
The WEEK magazine in the issue dated March 3 has, after accessing intelligence reports, stated that "the Pulwama attack was an intelligence failure".
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) March 2, 2019
चिदंबरम ने एनडीए सरकार की तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि मुझे लगता है कि उनका (एनडीए सरकार) राष्ट्रीय राजमार्ग कार्यक्रम सफल रहा है, वे प्रति दिन की तुलना में अधिक किलोमीटर का निर्माण कर रहे हैं, मुझे लगता है कि अगली सरकार और भी अधिक निर्माण करेगी क्योंकि व्यवस्था लागू है.