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PM मोदी ने दोभाल को सौंपी चीन से निपटने की जिम्मेदारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित दोभाल को चीन के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है. दोभाल को पीएम मोदी का बेहद भरोसेमंद माना जाता है

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Ajit doval
Ajit doval

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित दोभाल को चीन के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है. दोभाल को पीएम मोदी का बेहद भरोसेमंद माना जाता है. इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक रह चुके दोभाल चीन और पाकिस्तान की नस-नस से वाकिफ हैं. दोभाल के चयन को चीन के प्रति मोदी सरकार के कड़े रुख के तौर पर देखा जा रहा है . चीन और पाकिस्तान मोदी के लिए बड़ी चुनौती हैं. खुद दोभाल भी चीन और पाकिस्तान के बारे में मोदी सरकार को आगाह कर चुके हैं.

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बीते शनिवार को ही दोभाल ने एक कार्यक्रम में चीन और पाकिस्तान के बारे में कहा था कि भारत को इनसे निपटने के लिए दो मोर्चों पर तैयारी करनी होगी, जिससे युद्ध ही एकमात्र विकल्प न रहे. उन्होंने चीन, पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक स्तर पर निपटने की जरूरत पर बल दिया और युद्ध के लिए तैयार रहने का भी आह्वान किया था. चीन ने ब्रह्मपुत्र पर बनाया बांध

दोभाल ने एक मीडिया हाउस के कार्यक्रम में कहा था, 'हमारे दो पड़ोसी हैं और दोनों ही परमाणु शक्ति संपन्न हैं. दोनों के बीच गहरी रणनीतिक दोस्ती है और वे हमारे प्रति दुश्मनी का भाव रखते हैं, इसलिए हमें हर समय सतर्क और हर तरह तैयार से तैयार रहना होगा. दोभाल यह भी मानते हैं कि ने चीन-पाकिस्तान को आर्थिक तौर पर भारत के प्रति निर्भर रखना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा था कि अगर देश की विकास दर आठ-नौ फीसदी हो जाए तो फिर कोई भारत की ओर आंख उठाकर नहीं देख सकता.

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दोभाल ने 1972 में ज्वाइन किया था इंटेलिजेंस ब्यूरो
अजित दोभाल 1968 बैच के IPS अफसर हैं, जिन्होंने चार साल बाद 1972 में इंटेलिजेंस ब्यूरो ज्वाइन कर लिया था. 46 साल की नौकरी में उन्होंने महज 7 साल ही पुलिस की वर्दी. इसके बाद उन्होंने ज्यादातर खुफिया विभाग के लिए कार्य किया. दोभाल अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में अहम पदों पर कार्य कर चुके हैं और लाल कृष्ण आडवाणी के करीबी भी माने जाते हैं.

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