देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल की पाकिस्तानी NSA सरताज अजीज को 26/11 हमले की सही जांच न करने पर घेरने की योजना थी. डोभाल जमानत पर रिहा आतंकी जकीउर रहमान लखवी को दोबारा गिरफ्तार करने की मांग रखने वाले थे. साथ ही 54 भगोड़ों की लिस्ट भी सौंपने वाले थे. लेकिन ऐन मौके पर पाकिस्तान ने वार्ता रद्द कर दी .
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया ने 26/11 हमले पर डोजियर बनाने में शामिल रहे सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है. रिपोर्ट के मुताबिक डोजियर में पाकिस्तान की फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) की जांच की कलई खोली गई है. इसमें बताया गया है कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के खिलाफ पाकिस्तान ने जांच करने की कोशिश ही नहीं की.
पाक के खिलाफ डोजियर में क्या
1. भारत में पकड़े गए आतंकी अबू जुंदाल ने बताया कि हाफिज सईद पाकिस्तान में बने लश्कर के कंट्रोल रूम में गया था और कसाब को वहीं से हमला करने के निर्देश दिए थे.
2. FIA ने पाक सेना के मेजर समीर अली और मेजर इकबाल की पहचान करने की कोशिश नहीं की, जबकि अमेरिका में पकड़े गए आतंकी डेविड डेहली ने इनके नाम बताए थे.
3. पाकिस्तान ने भारत की ओर से न्यायिक मदद के लिए भेजे गए आधिकारिक पत्र (लेटर रोगेटरी) का अब तक कोई जवाब ही नहीं दिया. केस की जांच बेहद ढीली रही.
4. भारत की ओर से दिए गए सारे सबूतों पर पाक एजेंसी ने ध्यान ही नहीं दिया. इसी वजह से जखीउर रहमान लखवी को जमानत मिल गई. ऐसे तो बाकी छह भी रिहा हो जाएंगे.
5. लखवी और दोनों मेजर की आवाज के सैंपल देने की मांग. इसमें पूर्व FIA चीफ तारिक खोसा के उस लेख का भी जिक्र है जिसमें उन्होंने कहा था कि मुंबई हमला पाक से हुआ है.