#MeToo कैंपेन के तहत कई महिला पत्रकारों द्वारा उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर का मामला अभी भी चर्चा का विषय बना हुआ है. अकबर के मामले को लेकर मंगलवार को कोर्ट में होने वाली सुनवाई टल गई. इस बीच विपक्ष की ओर से उनके इस्तीफे की मांग तेज हो रही है.
इस घटनाक्रम के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने मंगलवार को एमजे अकबर से उनके घर पर जाकर मुलाकात की. गौर करने वाली बात ये भी है कि अकबर से मिलने के बाद अजीत डोभाल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह से मिलने पहुंचे.
बता दें कि जिस दौरान एमजे अकबर पर 11 महिला पत्रकारों के द्वारा आरोप लगाए गए तब वह विदेश दौरे पर थे. इसी बीच अजीत डोभाल को रणनीतिक नीति समूह (स्ट्रैटिजिक पॉलिसी ग्रुप, SPG) का सचिव भी बना दिया गया था. ऐसे में इस मुलाकात को विदेश नीति से भी जोड़ा जा रहा है.
कांग्रेस की तरफ से लगातार एमजे अकबर के इस्तीफे की मांग की जा रही है. हालांकि, उन्होंने अभी तक इन आरोपों को नकारते हुए इन्हें झूठा बताया है.
कोर्ट में टली सुनवाई
अकबर ने इन आरोपों को लेकर पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया है. उम्मीद की जा रही थी एमजे अकबर के मामले में आज सुनवाई हो सकती है, लेकिन फिलहाल यह सुनवाई टल गई है. दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने इस केस पर 18 अक्टूबर को सुनवाई करने का निर्णय लिया है.
पूरा मामला क्या है?
दरअसल, विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर कई अखबारों के संपादक रहे हैं. उनके ऊपर अब तक 11 महिला पत्रकारों ने #MeToo कैंपेन के तहत आरोप लगाए हैं. अकबर पर पहला आरोप प्रिया रमानी नाम की वरिष्ठ पत्रकार ने लगाया था जिसमें उन्होंने एक होटल के कमरे में इंटरव्यू के दौरान की अपनी कहानी बयां की थी.
रमानी के आरोपों के बाद अकबर के खिलाफ आरोपों की बाढ़ आ गई और एक के बाद एक कई अन्य महिला पत्रकारों ने उन पर संगीन आरोप लगा रही हैं. जिसके कारण सोशल मीडिया और विपक्ष की ओर से लगातार उनके इस्तीफे की मांग उठ रही है.