समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव और कांग्रेस नेता बेनी प्रसाद वर्मा के जुबानी जंग में अब यूपीए सरकार के एक और मंत्री शामिल हो गए हैं.
केंद्रीय नागिरक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने भी मुलायम सिंह पर तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि मुलायम को बोलने से पहले सोच लेना चाहिए कि वह क्या बोल रहे हैं, क्योंकि वह सुबह कुछ और बोलते हैं शाम को कुछ और.
अजित सिंह के मुताबिक मुलायम ने पहले सरकार की आलोचना की फिर उनके बेटे ने कहा कि हम समर्थन वापस ले लेंगे, लेकिन बाद में वह बदल गए.
गौरतलब है कि सपा पर एक बार फिर हमला करते हुए शनिवार को बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा था कि अगले लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह की पार्टी सिर्फ चार सीटें ही जीत पाएगी और पार्टी का जनाजा निकल जाएगा .
दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने बेनी प्रसाद के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बेनी को हम गंभीरता से नहीं लेते. रामगोपाल के मुताबिक उन्हें अपने बेटे को न जिता पाने की खीज है.
बेनी बनाम मुलायम
गौरतलब है सारा विवाद बेनी प्रसाद वर्मा के उस बयान से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुलायम सिंह यादव गुंडा हैं और उनके संबंध आतंकवादियों से हैं. बाद में उन्होंने संसद में अपने बयान को दोहराया, जिस पर काफी हो-हल्ला मचा.
बाद में इस विवादित बयान पर बेनी प्रसाद वर्मा ने खेद जताया. बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि अगर मेरी बातों से किसी को दुख हुआ है तो मुझे खेद है. बेनी प्रसाद के खेद जताने के बाद यह मामला ठंडा पड़ गया था. हालांकि एक बार दोनों ही पक्षों के ताजातरीन हमलों ने मामले को तूल दे दिया है.