राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) नेता चौधरी अजीत सिंह ने कहा है कि वह 24 सितंबर को सरकारी बंगला खाली कर दक्षिणी दिल्ली के तीन कमरे वाले एक मकान में रहने चले जाएंगे.
पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा, 'जब आप घर खाली कर रहे हों, तो बहुत सारे काम करने पड़ते हैं. अधिकांश सामान नए घर में भेजे जा चुके हैं और मैं 23-24 सितंबर के बीच बंगला सरकार को सौंप दूंगा, क्योंकि तब तक पितृपक्ष समाप्त हो जाएगा.' हिंदू धर्म में किसी नए कार्य के लिए पितृपक्ष को अशुभ माना जाता है.
उन्होंने कहा, 'मैं वसंत कुंज स्थित एक घर में रहने जा रहा हूं. वह तीन कमरों वाला मकान है.'
गौरतलब है कि आरएलडी के कार्यकर्ता इंदिरा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री और जगजीवन राम के आवास की तरह ही अजीत सिंह के बंगले को उनके पिता की स्मृति में चौधरी चरण सिंह स्मारक केंद्र घोषित करने की मांग कर रहे हैं. चौधरी चरण सिंह अजीत सिंह के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री थे.