पाकिस्तान हमले पर जब संसद में हंगामा मचा तो रक्षा मंत्री एके एंटनी सामने आए, करीब दो मिनट का बयान दिया. पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा देते हुए दम भरा कि सीमा पर हमारी सेना तैयार है. पर विपक्ष ने उनके इस बयान को खारिज कर दिया है. राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने आरोप लगाया है कि रक्षा मंत्री ने ऐसा बयान दिया है जिसे पाकिस्तान ढाल की तरह इस्तेमाल कर सकता है.
दरअसल, रक्षा मंत्री ने अपने बयान में कहा था कि बीती रात की घटना को अंजाम देने के लिए करीब 20 आतंकी पाकिस्तानी सेना की वर्दी में भारतीय सीमा के अंदर घुस आए थे. एंटनी के इस बयान पर करारा प्रहार करते हुए अरुण जेटली ने कहा, 'यह बयान पाकिस्तान को ही बचने का रास्ता देता है. पाकिस्तान पहले से दावा करता रहा है कि भारत में होने वाली आतंकी गतिविधियों से उसका कोई लेना-देना नहीं है. चाहे कोई भी आतंकी वारदात हो, पाक का एकमात्र जवाब यही होता है. 1999 के करगिल युद्ध को ही ले लीजिए. पाक आज भी उन घुसपैठियों को अपना नहीं मानता. अगर एंटनी भी इस भाषा में बोलेंगे तो पाक इसे चोर रास्ते की तरह इस्तेमाल करेगा ही.'
अरुण जेटली ने कहा, 'पाकिस्तानी सरकार संबंध सुधारने की बात करती है. वहीं उसकी सेना हमारे सैनिकों पर हमले कर रही है. क्या वाकई में पाकिस्तानी सेना अपने सरकार की बात नहीं मानती है या फिर एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है. हमारे लिए यह जानना जरूरी है. पाकिस्तान से बातचीत होनी चाहिए. पर यह इस बात पर निर्भर करे कि पड़ोसी मुल्क का रवैया कैसा है. मौजूदा हालात में सरकार को मुंहतोड़ जवाब देने की जरूरत है. '
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान को शक का फायदा नहीं दिया जा सकता. पीएम ने कई साल पहले हरारे में कॉमनवेल्थ मीट से लौटते हुए कहा था कि पाकिस्तान भी आतंकवाद का विक्टम है. शर्म अल शेख में हमने अपनी विदेश नीति में बदलाव किया. पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि उनकी जमीन का इस्तेमाल भारत में आतंक को बढ़ावा देने के लिए ना किया जाए. इसी स्थिति में दोनों देशों के बीच वार्ता आगे बढ़ी. पर स्थिति आज भी नहीं बदली है. पाक की धरती पर अब भी हमारे देश के खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं.'
क्या बोले सपा सांसद रामगोपाल यादव
रक्षा मंत्री का बयान निराशाजनक हैं. हमारी सीमा पर चीन और पाकिस्तान की तरफ से घटनाएं हो रही हैं. ये देश के लोगों का, सेना का, बलों का मनोबल तोड़ रही हैं. हम इस स्थिति में नहीं है, नेतृत्व इस स्थिति में नहीं है कि हम पाकिस्तान या चीन की सरकार से ठीक ढंग से मजबूती से अपनी बात कह सकें.
विपक्ष के नेता ने शुरू में ही कहा कि पाकिस्तान से बात करेंगे ये कहकर बचने का रास्ता दे दिया. उन्होंने सेना के लोगों को मारा. आप कह रहे हैं कि आतंकवादियों ने मारा. वही तो ये भी कह रहे हैं. आपने अपने बयान से बचने का रास्ता दे दिया. हम उनसे कुछ कह ही नहीं सकते हैं.