आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने जब से संसद के गेट से लेकर संसद भवन के अंदर तक सभी सुरक्षा पॉइंट के वीडियो अपने फेसबुक पर अपलोड किए हैं तब से संसद में उनके खिलाफ उनके सभी पार्टियों ने ही नहीं उनकी पार्टी के भी सांसदो उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया. सब ने कहा की मान ने संसद की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है और इसके लिए स्पीकर को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
दूसरी तरफ उनकी पार्टी के ही एक बर्खास्त सांसद हिरेंद्र सिंह खालसा जिनकी डिवीजन नंबर 495 है उन्होंने लोकसभा स्पीकर से मुलाकात कर भगवंत मान की नई शिकायत भी कर दी. उन्होंने शिकायत में कहा कि उनकी सीट को बदल दिया जाये क्योंकि उनकी बगल वाली सीट पर बैठने वाले भगवंत मान संसद में शराब पीकर आते हैं और उनके मुंह से शराब की बदबू भी आती है. मतलब साफ है कि भगवंत मान की दिन-प्रतिदिन मुसीबत कम होने की जगह बढ़ती ही जा रही है.
सदस्यता रद्द करने की मांग
अकाली दल और बीजेपी के सांसदों ने लोकसभा स्पीकर से मिलकर भगवंत मान की संसद सदस्यता को रद्द करने की मांग कर दी. स्पीकर सुमित्रा महाजन ने भगवंत मान को तलब भी किया उसके बाद भगवंत मान ने अपनी गलती मानते हुए स्पीकर से माफी भी मांगी लेकिन स्पीकर ने सिर्फ उनके पक्ष को सुनने के बाद कहा की वो सभी दलों से इस मामले पर बात करने के बाद ही इस मामले पर कोई फैसला लेंगी.
माफी के लायक नहीं है मान
आज भगवंत मान को लेकर संसद के दोनों सदनों में काफी हंगामा हुआ और सभी पार्टियों के सांसदों ने इस मामले में एक ही सुर में कहा कि भगवंत मान की ये गलती माफ करने लायक नहीं है. कुछ सदस्यों ने एक सुझाव दिया कि इस मामले पर सांसदों की ही कमेटी बना देनी चाहिए जो ये तय करे की भगवंत मान के खिलाफ क्या कार्रवाई होनी चाहिए.
भगवंत मान ने जो गलती की है उस पर उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जाए इसका फैसला लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को संसद की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए करना है. लेकिन पंजाब चुनाव को देखते हुए अकाली दल और बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस भी भगवंत मान की इस गलती के लिए आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ऊपर दोषारोपण कर रहे हैं. ये भी सच है पंजाब चुनाव से पहले भगवंत मान ने पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है जिसका नुकसान आम आदमी पार्टी को पंजाब चुनाव में उठना पड़ेगा.