समाज में द्वेष फैलाने के मामले में फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने मंगलवार को मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी की आवाज रिकार्ड की.
एमआईएम विधायक ओवैसी को निजामाबाद की एक अदालत में पेश किया गया, जहां विशेषज्ञों ने उनकी आवाज रिकार्ड की, क्योंकि पूछताछ के दौरान उन्होंने कथित रूप से दावा किया है कि उनके भाषण का जो वीडियो फुटेज पेश किया गया है, उसमें उनकी आवाज नहीं है.
अदालत ने ओवैसी की न्यायिक हिरासत अवधि भी 26 फरवरी तक के लिए बढ़ा दी और उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई 14 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी. ओवैसी को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत लाया गया.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि अदालत परिसर के आसपास कर्फ्यू जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई. पुलिस ने दुकानें बंद करवा दीं. युवा नेता को पेशी के लिए आदिलाबाद जिले की जेल से लाया गया. इसी जिले के निर्मल नगर में नफरत फैलाने वाला भाषण देने के कारण पिछले महीने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया था और तभी से वह कैद हैं.
अकबर ओवैसी एमआईएम प्रमुख एवं लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई हैं. उन्होंने पिछले वर्ष आठ दिसंबर को निर्मल नगर में और 22 दिसंबर को निजामाबाद में विवादास्पद भाषण दिया था. हैदराबाद से आदिलाबाद लगभग 300 किलोमीटर और निजामाबाद 200 किलोमीटर की दूरी पर है.
इससे पहले निर्मल नगर की एक अदालत में पांच फरवरी को ओवैसी की आवाज रिकार्ड की गई थी. अदालत ने उसी दिन उनकी न्यायिक हिरासत 19 फरवरी तक के लिए बढ़ा दी थी. हैदराबाद के जिले चंद्रायांगुट्टा निर्वाचित क्षेत्र से विधानसभा के सदस्य ओवैसी राजद्रोह, देश के विरुद्ध युद्ध छेड़ने और लोगों के बीच द्वेष को बढ़ावा देने जैसे आरोपों का सामना कर रहे हैं.