उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के मामले में जांच का आदेश दिया है और रेलवे से महाकुंभ के मौके पर देशभर से आने वाले तीर्थयात्रियों की आवाजाही सुगम करने के लिए उचित बंदोबस्त करने को कहा है.
इलाहाबाद में महाकुंभ के मौके पर संगम में डुबकी लगाने हजारों की संख्या में आये यात्री अपने अपने गंतव्यों पर जाने के लिए बड़ी संख्या में इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर पहुंच रहे थे और शाम को भगदड़ की स्थिति मचने से 20 लोगों की मौत हो गयी और अन्य कई घायल हो गये.
सपा प्रवक्ता और प्रदेश सरकार के मंत्री राजेंद्र चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने घटना के मामले में जांच का आदेश दिया है. कुंभ में स्नान बिना किसी समस्या के संपन्न हो गया. दुर्भाग्यपूर्ण घटना रेलवे स्टेशन पर हुई. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जांच का आदेश दे दिया है.
स्थानीय प्रशासन का बचाव करते हुए चौधरी ने कहा कि उसकी ओर से कोई ढील नहीं बरती गयी और यह रेलवे की नाकामी है जिसे भीड़ को संभालने के लिए अधिक ट्रेनें चलानी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से और अधिक ट्रेनें चलाने के लिए कहा है.
सूचना निदेशक प्रभात मित्तल ने कहा कि राज्य सरकार ने घटना में मारे गये लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये मुआवजा राशि देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष को घटना की जांच करने और उन्हें रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने भगदड़ में मारे गये लोगों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि घायलों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जाएगी.
मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों से हालात पर नजर रखने और लोगों को सभी संभव सहायता प्रदान करने के लिए कहा गया है.