गुजरात के अक्षरधाम आतंकी हमले के मुख्य आरोपी को 15 साल बाद अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया. अजमेरी अब्दुल राशिद नाम के शख्स को हमले के आरोप में पकड़ा गया है, राशिद पर आतंकियों की मदद करने का आरोप है. इस हमले में 30 श्रद्धालुओं ने अपनी जान गंवाई थी. राशिद हमले के आरोप में कोर्ट की ओर से बरी किए गए एक अन्य आरोपी का भाई है.
अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राशिद को उस वक्त हिरासत में लिया जब वो रियाद से वापस लौट रहा था. इस मामले में गुजरात पुलिस ने कुछ 6 लोगों को गिरफ्तार किया था और उनपर हमले की साजिश और हमलावरों की मदद का आरोप लगाया गया था. इन 6 लोगों में अजमेरी अब्दुल राशिद का भाई अजमेरी अदम भी शामिल था. इन 6 आरोपियों को मई 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने बरी कर दिया था.
साल 2002 में 24 सिंतबर को 2 आतंकियों ने हथियारों और ग्रेनेड के साथ गुजरात के अक्षरधाम मंदिर पर हमला किया था. धमाके और गोलीबारी में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी जबकि 80 अन्य लोग घायल हुए थे. हमले के एक दिन बाद ही एनएसजी के जवानों को ऑपरेशन के लिए उतारा गया जिसमें दोनों ही आतंकियों को ढेर किया गया था. हमले में शामिल आतंकी लश्कर और जैश जैसे संगठनों से थे.