अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि अल कायदा जैसे आतंकवादी संगठनों की नजरें परमाणु हथियारों पर हैं और अगर ये हथियार आतंकवादियों के हाथ लग जायें तो यह विश्व के लिये विनाशकारी होगा.
ओबामा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकों के सिलसिले के बीच संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस परमाणु शिखर बैठक में मुख्य तौर पर इस तथ्य पर ध्यान केंद्रित किया गया है कि अमेरिकी सुरक्षा के समक्ष एकमात्र अल्पकालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक खतरा किसी आतंकवादी संगठन के परमाणु हथियार हासिल कर लेने की आशंका का है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज मैं भारत के प्रधानमंत्री सिंह और कजाखस्तान के राष्ट्रपति से मुलाकात कर चुका हूं और अब हम दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति से मुलाकात करने जा रहे हैं.’’ बाद में ओबामा ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी से भी मुलाकात की। ये सभी बैठकें ब्लेयर हाउस में हुईं.
ओबामा ने कहा कि परमाणु आतंकवाद एक ऐसी समस्या है जो इस देश और विश्व भर के सुरक्षा परिदृश्य को आने वाले वषरें में बदलकर रख देगी.