धनबाद के शिवलीबाड़ी मध्य पंचायत के धोबी घाट में शनिवार को एक ऐसी घटना घटी, जो किसी फिल्मी सीन से कम नहीं थी. चोरों ने पूरी प्लानिंग कर ली थी, लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिस बाइक पर हाथ साफ करने जा रहे हैं, वह हाईटेक सिक्योरिटी से लैस है. जैसे ही नाबालिग चोर ने लॉक तोड़ने की कोशिश की, बाइक में लगी चिप ने सायरन बजा दिया. फिर क्या था , चारों ओर शोर मच गया और चोर हक्का-बक्का रह गया.
धोबी घाट निवासी विनोद प्रसाद मालाकार ने अपनी बाइक घर के बाहर खड़ी की थी और अंदर कुछ काम कर रहे थे. इसी बीच, तीन चोर वहां पहुंचे और लॉक खोलने का प्रयास करने लगे. लेकिन जैसे ही मास्टर चाबी लगाकर लॉक खोलने की कोशिश की, बाइक का सायरन जोर-जोर से बज उठा. यह देखकर चोरों के होश उड़ गए. बाइक का अलार्म सुनकर विनोद बाहर दौड़ पड़े, साथ ही मोहल्ले के लोग भी सतर्क हो गए. चोर भागने लगे, लेकिन भीड़ में से किसी ने दौड़ लगाई और एक नाबालिग को धर दबोचा. फिर लोगों ने उसे पहले तो पीटा और उसके बाद बिजली के खंभे से बांध दिया.
तमिलनाडु से लौटा हूं, पर यहां अलार्म ने फंसा दिया
पकड़े गए युवक की पहचान शहाबुद्दीन (निवासी इलाहीडीह, गोविंदपुर) के रूप में हुई. पूछताछ में उसने कबूला कि वह हाल ही में तमिलनाडु से लौटा था और जामताड़ा में पहले भी बाइक चोरी कर चुका है. उसने यह भी खुलासा किया कि उसके दो साथी शरीफ और शराफत (निवासी करमदाहा) भागने में सफल हो गए. पुलिस जब मौके पर पहुंची और उसकी तलाशी ली, तो उसकी जेब से कई मास्टर चाबियां और बाइक चोरी करने के औजार मिले. यानी यह कोई आम चोर नहीं, बल्कि सोच-समझकर चोरी करने वाला शातिर गैंग का सदस्य था.
'सायरन बजा नहीं होता, तो आज मेरी गाड़ी गायब थी'
बाइक मालिक विनोद प्रसाद मालाकार ने बताया कि अगर मेरी बाइक में यह चिप न लगी होती और सायरन न बजता, तो शायद चोर बाइक लेकर भाग जाते. यह अलार्म ही था, जिसने मुझे और पूरे मोहल्ले को सतर्क कर दिया. कुमारधुबी थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि एक नाबालिग युवक को बाइक चोरी के प्रयास में पकड़ा गया है. उसने अपने तीन अन्य साथियों के नाम बताए हैं, जो फरार हैं. उनसे जुड़ी जानकारी जुटाई जा रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस का कहना है कि यह घटना बताती है कि अब चोरों के लिए बाइक चुराना पहले जितना आसान नहीं रहा. हाईटेक सिक्योरिटी सिस्टम और लोगों की जागरूकता ने इस बार चोरी को नाकाम कर दिया. वाहन मालिकों के लिए यह एक सीख भी है कि बाइक में सिक्योरिटी चिप और GPS ट्रैकर लगवाएं साथ ही बाहर पार्किंग के दौरान डबल लॉकिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं.