scorecardresearch
 

'पुलिस को हॉस्टल में घुसने की इजाजत नहीं थी': AMU के VC दर्ज कराएंगे FIR

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर तारिक मनसूर पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे. उनका कहना है कि पुलिस कर्मियों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने और हॉस्टल में प्रवेश नहीं करने के लिए कहा गया था. 

Advertisement
X
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (फोटो-PTI)
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (फोटो-PTI)

Advertisement

  • पुलिस पर बिना आदेश हॉस्टल में घुसने का आरोप
  • जामिया के छात्रों के समर्थन में छात्रों का प्रदर्शन

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर तारिक मनसूर पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे. उनका कहना है कि पुलिस कर्मियों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने और हॉस्टल में प्रवेश नहीं करने के लिए कहा गया था. लेकिन पुलिस यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में दाखिल होकर आदेश का उल्लंघन की.

दरअसल 15 दिसंबर को एएमयू के छात्र जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों के समर्थन में मार्च निकाल रहे थे. छात्रों को रोकने के लिए पुलिस कैंपस के अंदर दाखिल हुई थी. बीते महीने जामिया में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ था, जो बाद में हिंसक रूप ले लिया था. इसके बाद जामिया के छात्रों के समर्थन में कई विश्वविद्यालयों के छात्र उतर आए.

aligarh_011420110849.jpg

बता दें कि इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के वाइस चांसलर तारिक मंसूर ने सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान घायल हुए रसायन विज्ञान के पीएचडी छात्र, मोहम्मद तारिक को तदर्थ आधार पर सहायक प्रोफेसर नियुक्त किया है. तारिक उन छात्रों में से एक हैं, जिन्हें 15 दिसंबर को कैंपस में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ झड़प के दौरान गंभीर चोटें आई थीं. उनके दाहिने हाथ की उंगलियों को काफी नुकसान पहुंचा था.

Advertisement

यूनिवर्सिटी में पुलिस को बुलाने के लिए बड़ी संख्या में छात्रों, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने वाइस चांसलर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कैंडल लाइट मार्च निकाला था. एएमयू वाइस चांसलर तारिक मंसूर ने एएमयू परिसर में हुई घटनाओं के लिए जस्टिस (रिटायर्ड) वी.के. गुप्ता की निगरानी में एक जांच समिति गठित की और वह 15 दिसंबर को हुई घटनाओं की जांच करेंगे और तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे.

Advertisement
Advertisement