तेलंगाना मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बेनतीजा खत्म हो गई है. अलग तेलंगाना राज्य को लेकर गृह मंत्री पी चिदंबरम ने आज आठ दलों के नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक की. इस बैठक में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के. रौसैया और टीआरएस के मुखिया के. चंद्रशेखर राव के अलावा प्रजा राज्यम पार्टी के नेता चिरंजीवी शामिल हुए. चंद्रशेखर राव की दस दिन से लंबी चली भूख हड़ताल के बाद केंद्र सरकार ने अलग तेलंगाना की मांग मान ली थी.
लेकिन इसके बाद शुरू हुए तेलंगाना विरोधी आंदोलन को देखते हुए सरकार ने इस पर आम राय बनाने की कोशिश शुरू की है. गृह मंत्री चिदबरंम ने इस बैठक में कहा कि आंध्र प्रदेश में हालात अब बदल चुके हैं और तेलंगाना मसले का हल निकालना ही होगा. वैसे बैठक से बाहर निकले नेता इससे असंतुष्ट ही दिखे.
टीडीपी नेता वाई. रामाकृशुदु ने बैठक से बाहर निकलने के बाद बताया कि ‘इस बैठक से कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि केंद्र और राज्य में बैठी कांग्रेस की सरकार ने इस मुद्दे के निपटने और हालात संभालने से संबंधित कोई बात नहीं कही. गृह मंत्रालय के दो बयान और एक पत्र ने स्थिति को और भी विकट बना दिया है.’
अलग तेलंगाना राज्य पर आंध्र प्रदेश में तो लोग बंटे ही हुए हैं. यह अलगाव आज दिल्ली में भी साफ तौर पर दिखा. गृह मंत्री चिदंबरम नॉर्थ ब्लॉक में सर्वदलीय बैठक कर रहे थे तो बाहर तेलंगाना समर्थक और विरोधी नारेबाज़ी में जुटे हुए थे. काफ़ी देर तक चले हंगामे के बाद नारे लगाने वालों को पुलिस ने गिरफ़्तार करके वहां से हटाया.