उत्तर प्रदेश चुनाव आते ही अक्सर राम मंदिर का मुद्दा गरमाने लगता है. 'आज तक' के साथ खास बातचीत में योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि इस पर भारत की सभी राजनीतिक पार्टियों को मिलकर कोई हल निकालना चाहिए. उन्होंने कहा, 'राम हमारी आस्था हैं, विश्वास हैं. ये हमारे लिए कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं हैं. वो इस देश की अस्मिता हैं. भारत की सभी राजनीतिक पार्टियों को मिलकर इस पर कोई समाधान निकालना चाहिए.'
धर्मनिरपेक्ष हैं भगवान राम
नरेंद्र मोदी लखनऊ के ऐशबाग में होने वाली रामलीला में हिस्सा लेने गए तो वहां 'जय श्री राम' का नारा गूंजा और वहीं से लाइन तय हो गई. केंद्र सरकार की ओर से अयोध्या में भगवान राम और रामायण से जुड़े चरित्रों पर शोध केंद्र और अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय बनाए जाने का ऐलान किया गया है. वहीं यूपी की अखिलेश यादव सरकार ने भी अयोध्या में रामलीला थीम पार्क बनाने की घोषणा की है. क्या इन घोषणाओं की बदौलत पार्टियों को आने वाले विधानसभा चुनाव में कोई लाभ होगा, इस पर रामदेव ने कहा, 'मर्यादा पुरुषोत्तम राम का इतिहास कई हजार साल पुराना है और वो मजहबों से परे हैं. वो सेक्यूलर हैं. इसे किसी मजहब से जोड़कर देखना उचित नहीं है.'
राम मंदिर पर निकले सर्वसम्मत समाधान
जब बाबा रामदेव से पूछा गया कि क्या राम मंदिर को लेकर शुरू हुए राग का असर आने वाले यूपी विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा, तो उन्होंने कहा, 'इसका राजनीति पर क्या असर पड़ेगा, वो तो मैं नहीं बता सकता लेकिन इसका सर्वसम्मत समाधान निकल जाए तो अच्छा है.'
चीनी सामान का हो बहिष्कार
देशभर में चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम के बीच बाबा रामदेव ने भी इसके खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा था कि आतंकवाद पर घिनौनी चालच चलने वाले चीन के सामान का पूरी तरह बहिष्कार किया जाना चाहिए. इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'जब तक किसी भी पोलिटिकल लीडरशिप पर राजनीतिक, आर्थिक और औद्योगिक दबाव नहीं पड़ता, तब तक वो सीधे मुंह बात नहीं करता. पटाखों से लेकर खिलौनों और हमारे भगवान तक के चित्र चीन बनाता है. अगर हम उनका बहिष्कार नहीं करेंगे तो चीन हमसे आर्थिक ताकत पाएगा. उसी से वो बम बनाएगा और अपनी सैन्य शक्तियों को बढ़ाएगा. चीन को ताकतवर बनाना मतलब आस्तीन का सांप पालना या पाकिस्तान को ताकतवर बनाने जैसा है. चीन खुलेआम पाकिस्तान की तरफदारी करता है. जो लोग भगवान राम के भक्त हैं, उन्हें चीनी सामान का बहिष्कार करना चाहिए.'
सर्जिकल स्ट्राइक पर राजनीति का सवाल ही नहीं
पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीओके में भारतीय सेना की तरफ से हुई सर्जिकल स्क्राइक पर सवाल उठाए थे. बाबा रामदेव ने कहा, 'भले ही सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय सेना के साहस को जाता है लेकिन बिना राजनीतिक संकल्प के ये कदम नहीं उठाया जा सकता. हमारी तीनों सेनाओं के नेतृत्व का संवैधानिक अधिकार प्रधानमंत्री को है. सर्जिकल स्ट्राइक उनकी इच्छा शक्ति के बिना नहीं हो सकती थी. इसलिए इसका श्रेय पीएम मोदी को भी जाता है. इसमें राजनीति का तो सवाल ही नहीं उठता.'
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खून की दलाली वाले बयान पर सीधा जवाब देने से इनकार करते हुए रामदेव ने कहा कि इस मामले पर छिछोरी हरकतें नहीं होनी चाहिए.
अमेरिका की तरफ घर में घुसकर मारे भारत
बाबा रामदेव ने कहा कि वक्त आ गया है जब पाकिस्तान की जमीन पर पल रहे आतंकी संगठनों जैसे जैश-ए-मोहम्मद और अल कायदा और उनके आकाओं को भारत को उनके घर में घुसकर मार गिराना चाहिए. उन्होंने कहा, 'जिस तरह अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को मारा था, इसी तरह भारत को भी आतंक के आकाओं को उनके घर में घुसकर मारना चाहिए.'
उत्तर प्रदेश चुनाव आते ही अक्सर राम मंदिर का मुद्दा गरमाने लगता है. 'आज तक' के साथ खास बातचीत में योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि इस पर भारत की सभी राजनीतिक पार्टियों को मिलकर कोई हल निकालना चाहिए.
'देश के मुद्दों पर न बोलें कलाकार'
उरी हमले के बाद भारत में पाकिस्तानी कलाकारों को बैन किए जाने पर शुरू हुए विवाद पर फिल्म जगत और नेता ही आमने-सामने नहीं आए हैं बल्कि योग गुरू बाबा रामदेव भी इस मामले में कूद पड़े हैं. बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा के बयान पर बाबा रामदेव ने कहा कि देश के मुद्दों पर फिल्म कलाकारों को नहीं बोलना चाहिए और कोई भी कलाकार देश से बड़ा नहीं होता.
'सिर्फ कलाकारों पर हमला क्यों?'
आपको बता दें कि पिछले दिनों प्रियंका चोपड़ा ने कहा था कि ये बात सही नहीं कि है ये विरोध सिर्फ कलाकारों को झेलना पड़े. पिछले महीने हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी कलाकारों को बैन करने की मांग बढ़ी है और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने उनको भारत छोड़ने तक की चेतावनी दे दी.
बॉलीवुड फिल्मों से PAK कलाकारों को हटाने की मांग
इतना ही नहीं, करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' से फवाद खान और शाहरूख खान की फिल्म 'रईस' से माहिरा खान को हटाए जाने की मांग करते हुए एमएनएस ने साफ कर दिया था, कि अगर पाकिस्तानी कलाकारों को फिल्म से नहीं हटाया गया तो वो फिल्म को रिलीज होने नहीं देंगे.
कई हस्तियों ने किया सपोर्ट
इसके बाद प्रियंका चोपड़ा ही नहीं, करण जौहर, सलमान खान, अनुराग कश्यप और महेश भट्ट जैसी फिल्मी हस्तियां भी खुलकर पाकिस्तानी कलाकारों के सपोर्ट में उतर आईं थी.