माकपा ने कहा कि सभी दलों को इस महीने के अंत में अयोध्या मामले पर आने वाले अदालती फैसले को स्वीकार करना चाहिये क्योंकि बातचीत के जरिये यह मसला नहीं सुलझ पाया है.
माकपा महासचिव प्रकाश करात ने कहा, ‘सभी वर्गों को अदालती फैसले को स्वीकार करना चाहिये, फिर चाहे फैसला जो भी आये.सिर्फ न्यायिक आदेश के जरिये ही अयोध्या मसला हल हो सकता है क्योंकि बातचीत विफल रही है.’
इलाहाबाद उच्च न्यायालय राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले पर 24 सितंबर को अपना फैसला सुनायेगा.
करात ने कहा, ‘हम महसूस करते हैं कि सभी दलों को अदालती फैसले को स्वीकार करना चाहिये क्योंकि बातचीत के जरिये यह मसला नहीं सुलझ पाया है.फैसला जो भी आये, उसे सभी को स्वीकार करना चाहिये. असंतुष्ट पक्ष उच्चतम न्यायालय की शरण में जा सकते हैं.’
उन्होंने गरीबों में मुफ्त अनाज वितरित करने की केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि पंजाब और उत्तर भारत के अन्य क्षेत्रों में जहां भारी बारिश के बाद बाढ़ आयी है, वहीं बिहार सहित देश के कई अन्य देशों में सूखा पड़ रहा है.