scorecardresearch
 

'एक हो चुके हैं सारे आतंकी संगठन'

सारे आतंकी संगठन एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं. लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद, अल क़ायदा और तालिबान-आतंक के ये चार बड़े सौदागर कब के एक हो चुके हैं. आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में तालिबान के एक बड़े सरगना ने ये सच उजागर किया.

Advertisement
X

नाम अलग हैं, चेहरे अलग हैं लेकिन असल में सारे आतंकी संगठन एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं. लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद, अल क़ायदा और तालिबान- आतंक के ये चार बड़े सौदागर कब के एक हो चुके हैं. आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में तालिबान के एक बड़े सरगना ने आतंक के नापाक गठजोड़ का पूरा सच उजागर किया.

आज तक से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में तालिबान ने पहली बार अपनी ज़ुबान खोली है और किए हैं वो खुलासे, जिसका अंदाज़ा दुनिया भर की खुफिया एजेंसियों को भी नहीं है. तहरीक-ए-तालिबान के नेता मुस्लिम खान जो बैतुल्लाह महसूद का दाहिना हाथ है और जिसके एक इशारे पर पाकिस्तान में कुछ भी हो सकता है.

लाहौर में श्रीलंका की क्रिकेट टीम पर हमले के बाद पाकिस्तान से लगातार ऐसी ख़बरें आ रही हैं कि इस हमले में अल क़ायदा, तालिबान और लश्कर का हाथ है. जब ये सवाल तालिबान के सरगना मुस्लिम खान से पूछा कि क्या तालिबान के रिश्ते लश्कर-ए-तैयबा के साथ हैं? तो जवाब मिला-'एक साथ हैं लश्कर-जैश और तालिबान'.

तालिबान के इस सरगना का दावा है कि जैश-ए-मुहम्मद हो या लश्कर-ए-तैयबा या फिर तालिबान, ये सब एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं. इनके बस नाम अलग हैं, मकसद एक ही है दशहतगर्दी. तालिबान के इस सरगना ने अपने संगठन के खौफनाक इरादे भी जाहिर कर दिए. उसने ये ऐलान कर दिया है कि दहशत का ये दौर हिंदुस्तान और पाकिस्तान में ही नहीं, बल्कि दुनिया के कोने-कोने में फैलाया जाएगा.

Advertisement
Advertisement