इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मायावती के भाई आनंद कुमार के खिलाफ जनहित याचिका को मंजूर कर ली है.
इस जनहित याचिका में मायावती के भाई आनंद सिंह के 750 करोड़ रुपये की संपत्ति की सीबीआई और ईडी से जांच कराने की मांग की गई है जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया है.
इस सिलसिले में हाईकोर्ट ने सीबीआई और ईडी विभाग से पांच हफ्ते में जवाब मांगा है. आने वाले समय में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
गौरतलब है कि आज तक ने हाल ही में यह खुलासा किया था कि उत्तर प्रदेश में मायावती के राज के दौरान अचानक 'लक्ष्मी जी' आनंद कुमार पर किस कदर मेहरबान हो गई थी. आज तक ने आनंद कुमार और उनकी पत्नी विचित्र लता कि कंपनियों की छानबीन की थी.
बीएसपी सुप्रीमो मायावती के भाई आनंद कुमार की सात कंपनियों को 760 करोड़ मिले. ईडी की नजर इस बात पर है कि इन कंपनियों के पास इतना पैसा कहां से आया.
आनंद कुमार की सबसे पुरानी 1987 में बनी कंपनी होटल लाइब्रेरी क्लब प्राइवेट लिमिटेड को ही पिछले पांच साल में 346 करोड़ रुपये मिले हैं. ये पैसा कंपनी को निवेश की बिक्री से मिला है लेकिन न तो ये साफ है कि ये निवेश क्या था और किसे बेचा गया. इन सातों कंपनियों के डायरेक्टर आनंद कुमार हैं.