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अलवर में मॉब लिंचिंग, स्थानीय MLA बोले- कार्यकर्ताओं की नहीं पुलिस की पिटाई से हुई मौत

रामगढ़ से बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने रकबर खान की मौत कार्यकर्ताओं की पिटाई से नहीं हुई बल्कि पुलिस की पिटाई से हुई है. कार्यकर्ताओं ने पुलिस को यह कहते हुए बुलाया था कि हमने गौ तस्करों को पकड़ा है.

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रामगढ़ से बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा (फाइल)
रामगढ़ से बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा (फाइल)

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राजस्थान के अलवर के रामगढ़ में गो-तस्करी के शक में हुई मॉब लिंचिंग की घटना पर स्थानीय विधायक ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि मारे गए रकबर खान की मौत कार्यकर्ताओं की पिटाई से नहीं हुई बल्कि पुलिस की पिटाई से हुई है. वहीं केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का कहना है कि यह घटनाएं क्यों होती हैं, इसके पीछे जाना होगा.

दूसरी ओर, मॉब लिंचिंग की एक और घटना पर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार को घेरा और उन्होंने केंद्र सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मोदी शासन के चार सालों को 'लिंच राज' की संज्ञा दे डाली.

हमने पुलिस को बुलाया

रामगढ़ से बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने आजतक से बातचीत में कहा कि रकबर खान की मौत कार्यकर्ताओं की पिटाई से नहीं हुई बल्कि पुलिस की पिटाई से हुई है. कार्यकर्ताओं ने पुलिस को यह कहते हुए बुलाया था कि हमने गौ तस्करों को पकड़ा है.

उन्होंने आगे कहा कि उसके बाद गांववालों को दिखाने के लिए पुलिस ने दो जगह रकबर खान की पिटाई भी कर दी. एक जगह तो जहां पकड़ा था वहीं पर पिटाई कर दी. जब पुलिस गांव से गौ-तस्कर को लेकर गई थी तो रकबर खान होश में था और ठीक था. हो सकता है कि पुलिस ने रास्ते में उसको मारा.

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बीजेपी के विधायक ज्ञानदेव आहूजा अपनी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहते हैं कि अपनी जान बचाने के लिए उन्होंने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए धर्मेद्र यादव और परमजीत सरकार मौके पर नहीं थे. उनसे पूछताछ करने के नाम पर थाने में फोन करके बुलाया था और उनको गिरफ्तार किया है. आहूजा ने कहा कि वो इस गिरफ्तारी का विरोध करेंगे. मरने वाला व्यक्ति को तो पुलिस भी तस्कर मानती है.

अपनी मां की तस्करी बर्दाश्त नहीं

आहूजा ने पिटाई का बचाव करते हुए कहा कि इस देश में रहने वाला कोई भी व्यक्ति अपनी मां की तस्करी बर्दाश्त नहीं कर सकता है. आहूजा यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को फंसाने के लिए पुलिस ने यह चाल चली है. अलवर पुलिस की यह पुरानी आदत है कि वह दूसरों को फंसाने के लिए इस तरह का काम करती है.

यह भी कहा कि मरने वाला गौ तस्कर था अगर वह गौ तस्करी कर रहा था तो जो लोग गाय को माता समझते हैं वह क्या करते. थोड़ी-बहुत दो चार थप्पड़ तो पीट हीं सकते हैं और हमने वहां गांव में कार्यकर्ताओं से बात की है, उन्होंने बताया कि हमने दो-चार थप्पड़ ही मारा था. अगर पीट-पीटकर मार दे देते तो फिर पुलिस को फोन करके क्यों बुलाते?

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ज्ञानदेव आहूजा ने यह भी कहा कि हो सकता है कि उसकी मौत पिटाई से नहीं वह बल्कि डर के मारे हार्ट अटैक आ गया हो. इससे पहले पहलू खान की मौत के समय भी उन्होंने कहा था कि जो गौ तस्करी करेगा वह मरेगा. पहलू खान मामले में लोगों की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कहा था पहलू खान हार्टअटैक से मरा है और उसे किसी ने नहीं मारा.

विधायक ज्ञानदेव आहूजा अपने अजब-गजब बयानों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस बार तो सीधे हमला अपनी ही पार्टी पर बोला है. एक तरफ वसुंधरा राजे इस घटना की निंदा कर रही हैं और गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया सख्ती बरतने की बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ ज्ञानदेव आहूजा आरोपियों को क्लीन चिट देते हुए राज सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर रहे हैं.

मुसलमानों को जीने का अधिकार नहींः ओवैसी

ओवैसी ने घटना की आलोचना करते हुए कहा कि संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत देश में गाय का जीवन बुनियादी अधिकार बन गया है और उसकी वजह से जिन मुसलमानों को मारा जा रहा है, उन्हें जीने का कोई अधिकार नहीं है. ओवैसी ने सीधे तौर पर मोदी सरकार के चार सालों को लिंच राज करार दिया है.

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वहीं, सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने घटना की तो आलोचना की है, लेकिन सवाल भी खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि यह घटनाएं क्यों होती हैं, इसके पीछे जाना होगा. बीजेपी शासित राज्यों में मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर मेघवाल ने कहा कि जैसे-जैसे मोदीजी पॉपुलर हो रहे हैं, इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं. उन्होंने कहा कि यह सब मोदी जी की प्रसद्धि से डरकर किया जा रहा है.

दोषियों तक पहुंचेंगेः कटारिया

राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा, 'सरकार दोषियों की पहचान कर उनतक पहुंचने की कोशिश कर रही है. इस बार सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जो भी शामिल है. उसे बख्शा नहीं जाएगा. ये घटना अगर हुई है तो ये बेदह निंदनीय है. हम इसकी पूरी जानकारी ले रहे हैं और पुलिस के आलाअधिकारियों को मौके पर भेजा गया है.'

वहीं, अलवर मेव पंचायत के संरक्षक शेर मोहम्मद ने कहा है कि भीड़तंत्र पैदा हो गया है. प्रधानमंत्री और गृहमंत्री तक अपील कर चुके हैं कि ऐसे गुंडा तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. लेकिन सख्त कार्रवाई नहीं होने और मॉब लीचिंग के आरोपियों को सम्मानित करने के कारण हौसले बुलंद हो गए हैं. इसलिए ऐसी घटनाएं हो रही हैं.

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रामगढ़ थाना क्षेत्र के लालवंडी गांव में कुछ लोगों ने रकबर खान को पीट-पीटकर मार डाला. जानकारी है कि रकबर खान के साथ दो गाय थी. ऐसा देख गो-तस्करी के शक में कुछ लोगों ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी. फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और गायों को गोशाला में भेज दिया गया. मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा. मृतक रकबर खान हरियाणा के कोलगांव का निवासी है.

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