कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने राजस्थान में अलवर की घटना का मुद्दा राज्य सभा उठाते हुए कहा कि एक मंत्री ने कहा कि ऐसी कोई घटना अलवर में नहीं हुई है, यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है, यह अफसोस की बात है. इस केस को खत्म करने की शुरू से ही सरकार की नीयत है.
आजाद ने कहा कि सरकार यह बताए कि मंत्री ने सदन को गुमराह किया है, गृह मंत्री इस पर जवाब दें. इसके जवाब में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस मामले को किसी मजहब से नहीं जोड़ना चाहिए. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के मधुसूदन मिस्त्री जी ने कई राज्यों का नाम लिया, जिस पर मैंने कहा था कि इन राज्यों में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है, लेकिन मेरा मानना है कि राजस्थान के अलवर में जो घटना हुई है उसमें जो भी दोषी है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
नकवी ने कहा, 'राज्य सभा में जब राजस्थान, गुजरात और दूसरे राज्यों को लेकर कहा जा रहा था तब मैंने कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. विपक्ष कह रहा था कि गुजरात में आग लगी है, मध्यप्रदेश जल रहा है. अलवर में जो लोग गलत कर रहे हैं, उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई हुई है. कांग्रेस इस तरीके से कह रही है कि ऐसा लगता है कि वह राज्यों की हार को पचा नहीं पा रही है.'
गौरतलब है कि राजस्थान के अलवर में गो रक्षा के नाम पर एक शख्स की पिटाई का मामला सामने आया है. गो-तस्करी के आरोप में लोगों ने करीब 15 संदिग्ध तस्करों के साथ बुरी तरह मारपीट किया. एक शख्स की मौत हो गई. बाद में मिले दस्तावेजों से साफ होता है कि उनके पास गाय ले जाने के दस्तावेज भी थे. बताया जा रहा है कि मारपीट करने वाले लोग बजरंग दल, हिन्दू जागरण मंच और वीएचपी से जुड़े थे.
मामला शनिवार रात का है जब हरियाणा निवासी कुछ लोग ट्रक में गायों के साथ राजस्थान से लौट रहे थे. दिल्ली की ओर जा रहे गो वंश से भरे तीन कैंटर, दो पिकअप और एक बोलेरो को लोगों ने रोक लिया. तस्करी का आरोप लगाते हुए इन वाहनों में मौजूद चालक-परिचालक सहित 15 लोगों से मारपीट की गई. साथ ही गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.