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अमर सिंह ने फिर साधा मुलायम पर निशाना

समाजवादी पार्टी (सपा) के निष्कासित नेता अमर सिंह ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर निशाना साधते हुए पूर्व भाजपा नेता कल्याण सिंह को मुलायम के मुकाबले बेहतर व्यक्ति करार दिया

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समाजवादी पार्टी (सपा) के निष्कासित नेता अमर सिंह ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर निशाना साधते हुए पूर्व भाजपा नेता कल्याण सिंह को मुलायम के मुकाबले बेहतर व्यक्ति करार दिया.

सिंह ने ‘देश के मौजूदा हालात और मुसलमान’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में अपने दिल का गुबार निकाला और खुद को मुसलमानों का दोषी करार देते हुए कहा कि उन्होंने सत्ता का साथ होने के बावजूद मुसलमानों पर जुल्म होते देखा, लिहाजा वह इस कौम के गुनहगार हैं और उन्हें इसकी सजा मिलनी चाहिये. उन्होंने मुलायम के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी पर भी तंज कसे.

पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से पिछले साल सपा से निकाले गए सिंह ने मुलायम पर शायराना अंदाज में शब्दबाण चलाते हुए कहा, ‘मैं समझता था कि वफा के बदले वफा मिलती है. जो वफा भी काम न आए तो बताइये हम क्या करें.’ उन्होंने मुलायम की तरफ इशारा करते हुए कहा ‘चौदह साल तक जिनकी जबान को कुरान की आयत और गीता का श्लोक समझा, उन्हीं ने हमें रुसवा किया.’

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पूर्व सपा महासचिव ने कल्याण और मुलायम की तुलना करते हुए कहा, ‘व्यक्तिगत तौर पर मैं कल्याण को मुलायम से बेहतर व्यक्ति मानता हूं क्योंकि वह साफ बात करते हैं और अपने कार्यो को स्वीकार करते हैं.’ सिंह ने दावा किया, ‘कभी हमारे बगलगीर रहे मुलायम वर्ष 2003 में जनादेश की वजह से नहीं बल्कि मेरी कलाकारी से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने रह सके थे.’

अमर सिंह ने कहा, ‘मैं मुलायम को चुनौती देता हूं कि वह एलान करें कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2012 में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद यदि सपा की सरकार बनती है तो वह खुद को या अपने बेटे के बजाय किसी मुसलमान को राज्य का मुख्यमंत्री बनाएंगे.’ उन्होंने कहा कि मुलायम ने बाबरी मस्जिद ढहाने के इल्जाम का बोझ ढो रहे कल्याण सिंह से गलबहियां कीं. उनके बेटे राजवीर सिंह को अपने मंत्रिमण्डल में शामिल किया. मैंने सपा में ही रहते हुए वह सब कुछ चुपचाप देखा. इसके लिये मैं मुसलमानों का गुनहगार और सजा का पात्र हूं.

सिंह ने कहा कि मुसलमानों को अगर अपनी दयनीय हालत में सुधार करना है तो उन्हें दूसरी पार्टियों के पीछे जाने के बजाय अपना नेतृत्व तैयार करना होगा. उन्होंने कहा, ‘मुझे सिनेमावालों को और भाजपा के पूर्व नेता कल्याण सिंह को सपा में लाने वाला बताकर पार्टी से निकाला गया था लेकिन मैं पूछता हूं कि फिल्म अभिनेता राजबब्बर को पार्टी में कौन लाया और विश्व हिन्दू परिषद के वरिष्ठ विष्णु हरि डालमिया के बेटे संजय डालमिया को सपा का कोषाध्यक्ष तथा पार्टी का सांसद किसने बनाया.’

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