अलग पूर्वांचल राज्य के गठन का संकल्प लेकर पूर्वांचल स्वाभिमान पदयात्रा पर निकले लोकमंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमर सिंह ने कहा कि राजनेताओं पर से उठ चुके आमजन का विश्वास जोड़ने के लिए दोनों गुर्दो की खराबी के बावजूद यह पूर्वांचल राज्य के गठन के लिए संघर्ष जारी रखेंगे.
कचहरी स्थित मुख्यालय पर आयोजित रैली को संबोधित करते हुए अमर सिंह ने कहा कि 27 सांसदों एवं 147 विधायकों को प्रतिनिधित्व वाले पूर्वांचल क्षेत्र के पिछडेपन एवं पं. कमलापति त्रिपाठी के बाद इस क्षेत्र को कोई नेतृत्व ही नहीं दे सका.
उन्होंने पूर्वांचल की दुर्दशा के लिए खुद को भी अपराधी करार देते हुए उपस्थिति भीड़ से कहा मै नेता नहीं बल्कि अपराधी हूं और आपकी अदालत में खड़ा हूं. वस्तुत: यह यात्रा मुझे बहुत पहले ही करनी चाहिए थी.
मायानगरी में गुजर बसर कर रहे अधिसंख्य टैक्सीचालकों दूधियों व अन्य रोजगार में लगे पूर्वांचली लोगों के अपमान का जिक्र करते हुए अमर सिंह समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह को निशना बनाया और कहा विगत 14 वर्षों से मैं जिन लोगों के साथ रहा वे कभी भी पूर्वांचल राज्य के गठन के हिमायती नहीं रहे.
पूर्वांचल स्वाभिमान पदयात्रा में अमर सिंह के साथ बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही रामपुर की सांसद जयाप्रदा ने भी कहा कि दशकों से उपेक्षा का दंश झेल रही इस क्षेत्र की जनता को इंसाफ दिलाने के लिए अलग पूर्वांचाल राज्य का गठन जरूरी है.