पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक बार फिर पाकिस्तान सरकार से करतारपुर यात्रा के लिए ली जाने वाली सर्विस फीस पर विचार करने को कहा है. पाकिस्तान करतारपुर गलियारे के संबंध में कई बार अपनी कही हुई बात से पलटी मार चुका है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक नवंबर को कहा था कि गलियारे के उद्घाटन के दिन करतारपुर गुरुद्वारा आने वाले किसी भी भारतीय श्रद्धालु से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा.
हालांकि, उद्घाटन के दिन पाकिस्तान सरकार ने गलियारे का उपयोग करने वाले 550 तीर्थयात्रियों में से प्रत्येक से 20 डॉलर शुल्क लेने का फैसला किया था. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह गुरु नानक देव की 550वीं जयंती समारोह में हिस्सा लेने के लिए रविवार को ब्रिटेन के बर्मिंघम टाउन हॉल पहुंचे.
अमरिंदर सिंह ने करतारपुर के लिए पासपोर्ट की आवश्यकता पर फिर से विचार करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि ये सभी धार्मिक स्थल हर समुदाय के हैं. हमारे यहां आने वाले किसी को भी हम नहीं रोक सकते, चाहे वह अजमेर शरीफ हो या निजामुद्दीन दरगाह. ये पैसे वसूलने का यह व्यवसाय नहीं है. उन्होंने बताया कि वह पाकिस्तान के पीएम इमरान खान, पाकिस्तान विदेश मंत्रालय को इसे मुद्दे पर लिख चुके हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि उनका मानना है कि पहचान पत्र के जो लोग पासपोर्ट नहीं ले सकते उनके लिए प्रमाण के रूप में आधार कार्ड को स्वीकार्य करना चाहिए.