scorecardresearch
 

अमरनाथ यात्रा: बालटाल में बादल फटने से 3 लोगों की मौत, राहत कार्य जारी

जम्मू-कश्मीर के बालटाल क्षेत्र में शुक्रवार देर रात बादल फटने की घटना के बाद सेना का बचाव व राहत अभियान जोरों पर है. आपदा में तीन लोगों की मौत हो गई और सात लोग लापता हैं.

Advertisement
X
अमरनाथ यात्रा
अमरनाथ यात्रा

जम्मू-कश्मीर के बालटाल क्षेत्र में शुक्रवार देर रात बादल फटने की घटना के बाद सेना का बचाव व राहत अभियान जोरों पर है. आपदा में तीन लोगों की मौत हो गई और सात लोग लापता हैं.

Advertisement

सेना के अधिकारियों ने कहा कि यात्रा मार्ग को शनिवार शाम तक दोबारा खोलने के लिए प्रयास जारी हैं. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टीनेंट कर्नल एनएन जोशी ने कहा, 'बालटाल में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन के कारण फंसे तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए सेना ने बड़े पैमाने पर राहत व बचाव अभियान शुरू किया है.'

जोशी ने कहा, 'बालटाल फाटक और रंगामोर के बीच तीन स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं हुईं, जिसके बाद वहां भूस्खलन हुआ है.'

उन्नीसवीं गढ़वाल रेजीमेंट की टुकड़ियों ने क्षेत्र में खोज अभियान शुरू कर दिया है. 24 राष्ट्रीय रायफल्स का त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) और पास के गगनगीर शिविर से बचाव दल भी सोनमर्ग पहुंच चुका है.

सेना के एक अधिकारी ने कहा कि 17 टेंट व कई वाहन कीचड़ में दब चुके हैं. सड़क यातायात चालू करने के लिए सेना बुलडोजर की मदद ले रही है. एक तालाब के पास हुए भूस्खलन से बंद हुए मार्ग से मलबा हटाने का काम शुरू किया जा चुका है.

Advertisement

बालटाल में शुक्रवार रात बादल फटने की घटना में मारे गए बच्चों की पहचान राजस्थान निवासी प्रकाश की 13 वर्षीया बेटी पूजा और राजस्थान के ही रहने वाले कैलाश के 12 वर्षीय बेटे विक्रम के रूप में हुई. तीसरा शव बाद में मिला.

सुरक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस घटना में नौ लोग घायल हुए हैं. 780 लोगों को एक सैन्य शिविर में और 1,500 यात्रियों को भंडवास में पहुंचाया गया है, जबकि 12 दुकानें पानी की तेज धारा में बह गईं.

गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को विशेष इलाज के लिए श्रीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसे विमान एंबुलेंस से यहां लाया गया.

अधिकारी ने बताया कि कुछ लोग लापता हैं, जिनमें मैसर, अनिल साहू, अशहक साहिद मीर, रेयाज अहमद लोन, मुश्ताक अहमद, रामदेवी और फैयाज अहमद मीर शामिल हैं.

पुलिस ने बताया कि बादल फटने की घटना में जान गंवाने वाले दोनों बच्चे आधार शिविर के पास दुकानों में काम करते थे. इससे पहले 16 जुलाई को श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुलान गांव में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई थी. इसी मार्ग से होकर अमरनाथ यात्री बालटाल आधार शिविर के लिए जाते हैं.

इनपुट: IANS

Advertisement
Advertisement