अयोध्या सद्भावना समन्वय समिति के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा द्वारा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सदस्य रहे सलमान नदवी पर राम मंदिर को लेकर डील करने के आरोप पर श्री श्री रविशंकर की ओर से बयान जारी हुआ है.
इस बयान में साफ किया गया है कि अमरनाथ मिश्रा ना तो श्री श्री रविशंकर के प्रतिनिधि हैं और ना ही उनकी संस्था से जुड़े हुए हैं. आर्ट ऑफ लिविंग ने अपने बयान में साफ किया है कि अमरनाथ मिश्रा श्री श्री रविशंकर के प्रतिनिधि नहीं हैं.
जारी बयान के मुताबिक आर्ट ऑफ लिविंग ने कहा है कि हम सभी का खुले दिल से स्वागत करते हैं और सबको साथ लेकर चलते हैं. जो कोई अयोध्या मसले को शांति पूर्वक सुलझाने में सहयोग करना चाहता है, संस्था उसका स्वागत करती है. गुरुदेव (श्री श्री रविशंकर) सभी पक्षों को शामिल करते हुए इसका समाधान करना चाहते हैं. प्रारंभ से ही हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है.
श्री श्री रविशंकर के अनुसार न्यायालय के बाहर अयोध्या विवाद का 'सौदे या संघर्ष से नहीं, सौहार्द से हल निकालना होगा'. देश की एकता और शांति के लिए यह महत्वपूर्ण है कि इस विषय को दोनों समुदाय के लोग साथ बैठकर आपसी भाईचारे के माहौल में सुलझाएं. यह बहुत खेद की बात है कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व इस अच्छी पहल को नाकाम करने के लिए और अविश्वास पैदा करने के लिए हर प्रकार के पैंतरे लगा रहे हैं.
अमरनाथ मिश्रा ने सलमान नदवी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने राम जन्मभूमि को लेकर एक डील करने की बात कही है. जिसमें उन्होंने 5000 करोड़ और 200 एकड़ जमीन अयोध्या में मांगी थी. हालांकि, नदवी ने इन तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताया था और कहा था कि उन्होंने ऐसी कोई डील की बात नहीं कही है.
साक्षी महाराज ने भी अमरनाथ मिश्रा के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए श्री श्री रविशंकर को सामने आकर सच्चाई बताने की बात कही थी. आर्ट ऑफ लिविंग की तरफ से जारी बयान में श्री श्री रविशंकर ने अमरनाथ मिश्रा से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वह ना तो उनके प्रतिनिधि हैं और ना ही उनकी संस्था से कोई वास्ता है.