बम बम भोले के जैकारों और कड़ी सुरक्षा के बीच अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था गुरुवार को तड़के जम्मू से अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हो गया. पहले जत्थे में 3157 यात्री 96 छोटी तथा बड़ी गाड़ियों में सवार होकर बाबा अमरनाथ बर्फानी के दर्शनों के लिए निकले. इनमें दोनों यात्रा मार्गों पहलगाम और बालटाल के लिए यात्री रवाना हुए और यह श्रदालु 29 जून को पहला दर्शन करेगे.
वहीं पहले जत्थे में जाने वाले श्रदालु बहुत ही उत्साहित दिख रहे थे. जम्मू के यात्री निवास से बाबा अमरनाथ बर्फानी के नारे लगते हुए अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था पवित्र हिमलिंग के दर्शन के लिए रवाना हो गया. हालांकि इस वर्ष अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले कश्मीर में आतंकी हमले और उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा के चलते अमरनाथ यात्रा पर इसका असर पड़ने के आसार दिख रहे थे. मगर अमरनाथ के दर्शनों को रवाना हुए पहले जत्थे में शामिल श्रदालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था और यात्री बहुत ही उत्साहित थे.
ये यात्री हिमलिंग के पहले दर्शन 29 जून को करेंगे और इसी के साथ अमरनाथ यात्रा 2013 शुरू हो जाएगी. जम्मू में बने यात्री बेस कैंप में देश के कोने कोने से पहुंचे श्रदालुओं ने कहा के चाहे मौसम खराब हो या हालात मगर उनके जोश में कोई भी कमी नहीं है.
पिछले दो दशकों से अमरनाथ पर आतंकवाद का साया मंडराता रहा है. हालांकि पिछले कुछ सालों से यात्रा बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से गुजरी और आतंक का साया कहीं नजर नहीं आया. मगर इस वर्ष यात्रा शुरू होने से दो पहले कश्मीर में हुए आतंकी हमले से यात्रा पर भी आतंक के बादल मंडरा रहे हैं. मगर सुरक्षा के इंतजाम भी तरह से किये गए हैं और सरकार ने यात्रा को पूरी सुरक्षा मुहैया करवाए जाने की बात कही है. जबकि उत्तराखंड में जो कुछ हुआ उसका भी अमरनाथ यात्रा पर कोई बुरा प्रभाव नही पड़ा है और श्रदालुओं को विशवास है कि भोले बाबा सब ठीक करेंगे.
राज्य पुलिस के अलावा CRPF भी यात्रा की सुरक्षा में तैनात हैं. जहां यात्रियों ने सुरक्षा को लेकर संतुष्टता दिखाई. वहीं सरकार का कहना है कि अमरनाथ यात्रियों के लिए सभी प्रबंध कर लिए गए हैं. गुरुवार की सुबह पर्यटन मंत्री, जी ए मीर ने यात्रा को पारंपरिक तरीके से फ्लैग ऑफ किया.
हालांकि मौसम के मिजाज का कोई पता नही है और गुरुवार को जम्मू और कश्मीर में कई जगह बारिश हुई है. मगर सरकार का कहना है कि प्रबंध पुरे कर लिए गए हैं और यात्रा सफल रहेगी.