आज से अमरनाथ यात्रा शुरू हो गई है. श्रद्धालुओं का एक जत्था गुरुवार सुबह पहलगाम से रवाना हुआ. 24 अगस्त, यानी सावन की पूर्णिमा तक बाबा बर्फानी के दर्शन किए जा सकेंगे.
कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच देशभर के श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं. अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का जत्था पूरे उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है. यात्रियों का पहला पड़ाव पहलगाम का बेसकैंप है जहां से चढ़ाई शुरू होती है. पूरे रास्ते सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार ने भी कहा है कि अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी. इसके पहले जब पहला जत्था उधमपुर पहुंचा, तो सुरक्षा के मद्देनजर थोड़ी देर के लिए काफिला रोक दिया गया.
अमरनाथ की पवित्र गुफ़ा तक पहुंचने के दो रास्ते चलन में हैं. एक रास्ता पहलगाम से शुरू होता है तो दूसरा बालटल से. पहलगाम से शुरू हो कर क़रीब 16 किमी बाद आता है चंदनवाड़ी. वहां से 3 किलोमीटर की चढ़ाई कर यात्री पिस्सूटॉप पहुंचते हैं. पिस्सूटॉप से शेषनाग की दूरी है 9 किलोमीटर. यहां से क़रीब 11 किलोमीटर की यात्रा के बाद आता है पंजतरनी. पंजतरनी के बाद अगला पड़ाव है संगम. ये दरअसल दोनों रास्तों का संगम है.
वहीं बालटल बेसकैंप से आने वाला रास्ता भी संगम पर आकर मिलता है. बालटल से 2 किलोमीटर ऊपर चढ़कर दुमेल आता है. वहां से 5 किलोमीटर पर है बरारी आंगन और बरारी से 4 किलोमीटर बाद आ जाता है संगम. संगम से अमरनाथ गुफ़ा की दूरी सिर्फ़ 3 किलोमीटर रह जाती है.