अमरनाथ यात्रा रोकने के लिए आतंकी चाहे जितनी जोर-आजमाइश कर लें, यात्रा करने वाले यात्रियों में जोश की कमी कहीं भी दिखाई नहीं पड़ रही है. जानकारी के मुताबिक अमरनाथ यात्रा करने वाले यात्री लगातार वैसे ही अमरनाथ यात्रा कर रहे हैं. आजतक को मिले आंकड़ों के मुताबिक 11 जुलाई 2017 तक 1 लाख 57,618 यात्रियों ने बाबा बर्फ़ानी के दर्शन के दर्शन किए.
आंकड़ों के मुताबिक 8 जुलाई को जहां 10763 यात्रियों ने पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन किए, तो वहीं 9 जुलाई को 8167 यात्रियों ने दर्शन किए. 10 जुलाई यानी जिस दिन आतंकियों ने बस पर हमला किया, उस दिन 11921 यात्रियों ने अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन किए. गृह मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक 11 जुलाई को 10926 यात्रियों ने ही पवित्र अमरनाथ गुफा की दर्शन किए.
बुधवार को श्रद्धालुओं का एक और नया जत्था हिमालय की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हुआ.पुलिस ने बताया, "सुरक्षा बलों के काफिले के साथ तड़के चार बजे 3,791 यात्रियों का एक नया जत्था भगवती नगर यात्री निवास से 101 वाहनों में घाटी के लिए रवाना किया गया. इसमें 55 बसें व 46 हल्के मोटर वाहन हैं."
बता दें कि मंगलवार को भी एक जत्था सुबह 3 बजे जम्मू से पहलगाम और बालटाल के लिए अमरनाथ यात्रा के लिए जत्था रवाना हुआ था. इस जत्थे में 2389 श्रद्धालु जाएंगे, जिसमें 1529 पुरुष और 537 महिलाएं थी. वहीं जत्थे में 250 साधु भी थे. वहीं बलताल से रुट से 973 यात्री जिसमं 754 पुरुष और 219 महिलाएं श्रद्धालु निकलें. मंगलवार को कुल 3289 यात्री पवित्र गुफा के दर्शन के लिए निकले थे. इस दौरान कुल 105 छोटे-बड़े वाहन इन्हें ले गए.
जम्मू-श्रीनगर में अनंतनाग जिले के खानबाल इलाके में सोमवार रात को हुए आतंकवादी हमले सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 19 अन्य घायल हो गए.कहा जा रहा है कि जिस बस पर आतंकवादी हमला हुआ, वह श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) में पंजीकृत नहीं था, जो इस सालाना यात्रा का संचालन करता है.
पीएम मोदी ने की हमले की निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शांतिपूर्ण अमरनाथ यात्रियों पर कायरतापूर्ण हमले पर दुख जताने के लिए शब्द नहीं हैं. उन्होंने कहा कि भारत ऐसे कायरतापूर्ण हमलों और घृणा के नापाक मंसूबों के आगे झुकने वाला नहीं है. पीएम ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. वहीं इस हमले के बाद कश्मीर घाटी में एक बार फिर इंटरनेट सेवा बैन कर दिया गया.