संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की जयंती पर जातीय हिंसा की आशंका से गृह मंत्रालय सतर्क हो गया है. राज्य सरकारों को एडवाइजरी जारी करते हुए गृह मंत्रालय ने अंबेडकर की मूर्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा.
गृह मंत्रालय ने कहा कि प्रशासन 14 अप्रैल को मनाए जाने वाले समारोहों में आने वाले दलित समाज के लोगों और समारोह स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करे. सुरक्षा की जिम्मेदारी जिलों के एसपी और डीएम की होगी. प्रशासन सुनिश्चित करे कि कोई भी चूक ना हो. सोशल मीडिया की अफवाहों पर प्रशासन सतर्क रहे.
उन्होंने कहा कि जातीय गुट 2 अप्रैल को हुए दलित हिंसा और 10 अप्रैल को भारत बंद की हिंसा का बदला लेने की कोशिश कर सकते हैं.
बता दें कि इससे पहले भी गृह मंत्रालय ने दो बार एडवाइजरी जारी की थी. इसके बावजूद भी हिंसा हुई.
2 अप्रैल को हुई भारी हिंसा
दलित आंदोलन से 2 अप्रैल को हुए देश भर में भारी हिंसा हुई थी. इस हिंसा में 17 लोगों की मौत हो गई थी. ऐसा दोबारा ना हो इसलिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देष दिए हैं. गृह मंत्रालय इस बार कोई जोखिम नहीं लेना चाहता है.
मंत्रालय ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि अगर कहीं भी हिंसा या अप्रिय घटना होती है, तो उसके लिए सीधे तौर पर इलाके के डीएम और एसडीएम जिम्मेदार होंगे.