पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है. उनके काफिले की वजह से लगे जाम में एक एंबुलेंस फंस गई, जिसमें एक दिल की मरीज बैठी थी. इस मरीज को दिल का दौरा पड़ा था.
पुलिस ने रोकी एंबुलेंस
जानकारी मिली है कि ममता का काफिला एक एक्सप्रेस-वे से गुजरने वाला था जबकि एंबुलेंस कोलकाता जा रही थी. मरीज के परिजन पुलिस के आगे गुहार लगाते रहे कि एंबुलेंस को जाने दिया जाए लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी. इतना ही नहीं, पुलिस इतनी बेदर्द हो गई कि मरीज की नब्ज देखकर कहा कि उसकी हालत इतनी खराब नहीं है और थोड़ी देर रुका जा सकता है.
सड़क से नहीं, हेलिकॉप्टर से आईं ममता
सीएम दिघा में पूर्वी मिदनापुर से वापस लौट रही थीं और पुलिस इस बात को लेकर विश्वस्त नहीं थी कि ममता सड़क के रास्ते आएंगी या हेलिकॉप्टर के जरिए. महरजान बेगम नाम की ये मरीज 20 मिनट तक एंबुलेंस में काफिले के गुजरने का इंतजार करती रही. परिजनों ने बताया कि उन्हें एसएसकेएम अस्पताल पहुंचने में 20 मिनट का वक्त लगता है.
बहुत देर बाद पसीजा पुलिस का दिल
देर तक इंतजार करने और परिजनों के बार-बार अनुरोध के बाद सीनियर पुलिस अधिकारियों ने एंबुलेंस को जाने का रास्ता दिया . इसके बाद आनन-फानन में मरीज को अस्पताल पहुंचाया गया.
मरीज की हालत स्थिर
मरीज के रिश्तेदार मो. अजीज ने बताया कि महरजान को गंभीर हालक में एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डॉक्टर ने कहा है कि मरीज का कंप्लीट हार्ट ब्लॉकेज हुआ था लेकिन फिलहाल उसकी हालत स्थिर है.