पाकिस्तान के साथ असैन्य परमाणु उपयोग पर अमेरिका के सहयोग की संभावना की खबरों के बीच एक शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने मंगलवार को कहा कि ओबामा प्रशासन जल, ऊर्जा और सुरक्षा के क्षेत्र में जल्द ही पाकिस्तान के लिए कार्रवाइयों की एक श्रृंखला की घोषणा करेगा.
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के लिए विशेष अमेरिकी प्रतिनिधि रिचर्ड होलब्रुक ने पाकिस्तान के साथ रणनीतिक वार्ता से पहले सोमवार को पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के साथ पूर्व समीक्षा बैठक की. यह मुलाकात विदेश मंत्रालय के फॉगी बॉटम मुख्यालय में हुई. बैठक में, अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत हुसैन हक्कानी भी मौजूद थे.
इस बैठक को अमेरिका और पाकिस्तान के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए होलब्रुक ने कहा कि अमेरिका ऊर्जा, पानी और सुरक्षा आदि मुद्दों पर प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न उपायों का एलान करेगा. होलब्रुक ने कहा ‘हम इसे एक महत्वपूर्ण दौरा मान रहे हैं. मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह एक सतत प्रक्रिया है.’ कुरैशी ने दोहराया कि समय आ गया है कि अमेरिका पाकिस्तान की इच्छा पूरी करे.
कुरैशी ने पाकिस्तानी मीडिया से कहा ‘मैं राजदूत होलब्रुक से सहमत हूं कि यह एक सतत प्रक्रिया है लेकिन यह प्रक्रिया सार्थक और आपसी हितों के लिए परस्पर लाभकारी होनी चाहिए. यह एक तरफा नहीं हो सकती.’ कुरैशी बुधवार को पहली अमेरिका पाक रणनीतिक वार्ता में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. उन्होंने कहा ‘पाकिस्तान की जनता चाहती है कि अमेरिका हर कदम पर उसका साथ दे.’
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन करेंगी. इसी बीच, पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल अशफाक कयानी ने अमेरिकी रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स से पेंटागन में मुलाकात की. कयानी फ्लोरिडा से वॉशिंगटन पहुंचे जहां उन्होंने यूएस सेंट्रल कमांड के कमांडर जनरल डेविड पेट्रायस से मुलाकात की. पूर्व में गेट्स ने संवाददाताओं को बताया था कि ओबामा प्रशासन अमेरिका और पाकिस्तान के दीर्घकालिक संबंधों के लिए उत्सुक है.
संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा ‘हम किस तरह अपने संबंधों को मजबूत कर सकते हैं और उन सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में किस तरह पाकिस्तान की मदद कर सकते हैं जिनका सामना न केवल वह कर रहा है बल्कि हम और नॉटो भी कर रहे हैं.’ संवाददाता सम्मेलन में कनाडा के रक्षा मंत्री भी मौजूद थे. गेट्स ने कहा कि अमेरिका-पाकिस्तान सामरिक वार्ता से दोनों पक्षों को अपने संबंधों के व्यापक दायरे के बारे में बातचीत करने का मौका मिलेगा.
कुरैशी मंगलवार को सीनेटर जॉन केरी सहित कुछ प्रमुख अमेरिकी सांसदों से मिलने वाले हैं. केरी सीनेट की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष हैं. एक बयान में बताया गया है कि यूएस सेंट्रल कमांड के कमांडर जनरल पेट्रायस और जनरल कयानी ने अफगानिस्तान में चरमपंथी हिंसा से निपटने के लिए सहयोग और समन्वय को आगे बढ़ाने के बारे में चर्चा की.
चरमपंथी हिंसा से निपटने के लिए पाकिस्तान को अमेरिकी सहयोग भी चर्चा का विषय रहा. उन्होंने पूर्वी अफगानिस्तान में पाकिस्तान के सैन्य बलों और अमेरिकी बलों के बीच समन्वय बढ़ाने पर भी विचारविमर्श किया. बयान के अनुसार, पेट्रायस ने स्वात घाटी में तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान को कमजोर करने के लिए तथा आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान के प्रभावी अभियान के लिए कयानी की सराहना की.