नौ सितंबर के आतंकवादी हमले की बरसी पर कुरान जलाने की योजना का ऐलान कर सुखिर्यों में आने वाले अमेरिकी पादरी को प्रशासन ने इसके लिए किए गए सुरक्षा उपाय पर आए दस लाख पाउंड के खर्च का बिल भेजा है.
ब्रिटिश मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, फ्लोरिडा के जिस चर्च में 58 वर्षीय पादरी टेरी जोंस ने इस्लाम की पवित्र पुस्तक को जलाने की योजना बनायी थी उस स्थल पर किए गए सुरक्षा उपायों के तहत 200 से अधिक पुलिसकर्मिायों को तैनात किया गया था.
पादरी ने बाद में अपनी योजना को रद्द कर दिया था लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा के कड़े इंतजाम जारी रखे गए थे. पादरी की इस योजना की अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा तक ने निंदा की थी.
पुलिस ने 50 हजार पाउंड का और शेरिफ कार्यालय ने भी इतनी ही राशि का बिल इस पादरी को भेजा है . डेली एक्सप्रेस में यह रिपोर्ट प्रकाशित हुई है.
लेकिन जोंस और उनके डोव वर्ल्ड आउटरीच सेंटर के सदस्यों ने कहा है कि पादरी इस बिल का भुगतान नहीं करेंगे.
पादरी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है, ‘यदि हमें पहले यह पता होता तो हम सुरक्षा नहीं मांगते.’ अमेरिकी रक्षा मंत्री राबर्ट गेट्स ने जोंस से बात कर कहा था कि उसकी इस योजना से अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सैनिकों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. इसके बाद जोंस ने इस योजना को रद्द कर दिया था.