कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर दलितों के प्रदर्शन में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल के इस वार पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पलटवार किया. शाह ने लगातार कई ट्वीट करते हुए लिखा कि राहुल जी, जब आपको आंख मारने और संसद में हंगामा करने से फुर्सत मिल जाए तो तथ्य जांच लें. उन्होंने लिखा कि मोदी सरकार ने संशोधित बिल के जरिए एससी/एसटी एक्ट को मजबूत किया है, फिर आप प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं.
शाह ने लिखा कि अच्छा होता कि कांग्रेस ने जिस तरह बाबा साहेब अंबेडकर, बाबू जगजीवन राम और सीताराम केसरी के साथ व्यवहार किया है राहुल गांधी उस पर बोलते. कांग्रेस ने लगातार दलितों के साथ अत्याचार किया है.
Rahul Ji, when you are free from winking and disrupting Parliament, give some time to facts as well.
NDA Government, through a Cabinet decision and in Parliament ensured the strongest amendment to the Act.
AdvertisementWhy are you protesting that? https://t.co/Ik2Jq1Krny
— Amit Shah (@AmitShah) August 9, 2018
उन्होंने लिखा कि क्या ये इत्तेफाक ही है कि जिस साल सोनिया गांधी ने कांग्रेस जॉइन की, उसी साल थर्ड फ्रंट-कांग्रेस की सरकार ने प्रमोशन में आरक्षण का विरोध किया, और जिस साल राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बने तब उन्होंने SC/ST एक्ट और ओबीसी कमीशन का विरोध किया. ये एंटी बैकवर्ड सोच को दिखाता है.
शाह ने राहुल पर हमला करते हुए लिखा कि आपसे रिसर्च और ईमानदारी की उम्मीद करना मुश्किल है, लेकिन फिर भी आप राजीव गांधी का मंडल के समय का बयान पढ़ें. उससे आपको समझ आ जाएगा. शाह ने लिखा कि मोदी सरकार ने SC/ST एक्ट को मजबूत करने के लिए काफी कदम उठाए हैं.
आपको बता दें कि गुरुवार को राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि पीएम मोदी के दिल में दलितों के लिए कोई जगह नहीं है. राहुल ने कहा कि पीएम मोदी की सोच दलित विरोधी है. हम सब मिलकर 2019 में उन्हें हराएंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा SC/ST एक्ट की रक्षा की है और आगे भी करती रहेगी.
उन्होंने कहा कि आज जहां भी बीजेपी की सरकार है, वहां पर दलितों पर हमला हो रहा है. जब मोदी सीएम थे, तब उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि दलितों को सफाई करने से आनंद मिलता है.