बीजेपी की अगुवाई में एनडीए अपने कार्यकाल का पहला साल पूरा करने के मुहाने पर है. बीजेपी के लिए यह बेहद खास अवसर है क्योंकि अपनी स्थापना के बाद से पार्टी पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने में सफल रही है. इस मौके को और खास बनाने की तैयारियां पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में हो रही हैं.
शाह ने सोमवार को पार्टी के नेताओं और मंत्रियों के साथ बैठक कर जश्न के प्रारूप पर चर्चा की. मोदी सरकार इस मौके पर अपनी सभी योजनाओं को जोर-शोर से उठाना चाहती है. शाह ने बैठक कर सभी नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है. बैठक में मांगी राम लाल, अनंत कुमार, धर्मेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमन, पीयूष गोयल और थावर चंद गहलोत मौजूद थे.
गौरतलब है कि 26 मई को सत्ता में एक साल पूरा करने जा रही मोदी सरकार ने खुद की उपलब्धियों को गिनाने की तैयारी कर ली है. 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान बड़े जोर शोर से 'अच्छे दिन आने वाले हैं' का नारा दिया गया था जिससे बीजेपी को अकेले दम पर बहुमत हासिल हुआ. पार्टी अब 'अच्छे दिन' दिखाने के लिए प्रबंधन कौशल का इस्तेमाल करते हुए बड़ी चतुराई से योजनाओं और अपनी उपलब्धियों की शानदार तरीके से पैकेजिंग में जुट गई है.
बीजेपी सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल के दामों में आई कमी का श्रेय लेने से भी नहीं चूक रही है. सरकार का तर्क है कि स्थापित परियोजना में एफडीआई को बढ़ावा देकर उनकी क्षमता और औद्योगिक उत्पादन बढ़ाया जा सकता है. खास बात यह है कि अच्छे दिन दिखाने के लिए उठाये जा रहे इन कदमों में दिल्ली चुनाव में पार्टी को मिली हार के बाद तेजी आई है. लैंड बिल पास कराए जाने के लिए अपनाया गया सरकार का रवैया इसी दिशा में है. सरकार ने बाकायदा इसके लिए एक अभियान छेड़ दिया.