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शाह का चुनावी दांव-बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकालेंगे, हिंदुओं को देंगे शरणार्थी का दर्जा

असम में रह रहे वास्तविक भारतीय नागरिकों की पहचान के लिए उच्चतम न्यायालय के आदेश पर अपडेट की जा रही एनआरसी की 30 जुलाई को प्रकाशित मसौदा सूची में 40 लाख से ज्यादा लोगों के नाम शामिल नहीं किए गए जिससे राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था.

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बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह

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बांग्लादेशी घुसपैठियों पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के महासचिव राम माधव के बाद अब पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि बांग्लादेश से आए घुसपैठियों को देश से बाहर निकालेंगे.

दरअसल राजस्थान विधानसभा चुनाव का जायजा लेने जयपुर पहुंचे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि बांग्लादेश से आए घुसपैठियों को देश से बाहर निकालेंगे, पाकिस्तान, लेकिन अफगानिस्तान और श्रीलंका से आए हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन धर्म के लोगों को देश में शरणार्थियों का दर्जा दिया जाएगा.

इससे पहले असम में हुए लागू हुए राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के मुद्दे पर बीजेपी के महासचिव राम माधव ने इस मुद्दे पर सोमवार को बयान दिया था कि असम में NRC की अंतिम सूची में शामिल नहीं किए जाने वाले लोगों का मताधिकार छीन लिया जाएगा और उन्हें वापस उनके देश भेज दिया जाएगा.

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उन्होंने कहा था कि, एनआरसी से सभी अवैध प्रवासियों की पहचान सुनिश्चित हो सकेगी. अगला कदम ‘मिटाने’ का होगा, यानी अवैध प्रवासियों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए जाएंगे और उन्हें सभी सरकारी लाभों से वंचित कर दिया जाएगा. इसके अगले चरण में अवैध प्रवासियों को देश से बाहर कर दिया जाएगा.

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर की ड्राफ्ट सूची 30 जुलाई को प्रकाशित किया गया था, जिसमें 3.29 करोड़ लोगों में से 2.89 करोड़ लोगों के नाम शामिल किए गए थे. इस मसौदे में 40,70,707 लोगों के नाम नहीं थे.

इतनी बड़ी संख्या में लोगों के नाम इस सूची में शामिल नहीं होने से सियासी बवाल मच गया था. जिसके बाद सरकार की तरफ से स्पष्टीकरण दिया गया था कि यह मसौदा सूची है और अंतिम सूची आना अभी बाकी है.

एनआरसी की अंतिम सूची 31 दिसंबर 2018 को जारी की जानी है. तब तक अंतिम मसौदे में छूटे व्यक्ति अपनी आपत्तियां दर्ज करवा सकते हैं.

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