जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में देशद्रोह मामले में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर एक बार फिर जमकर निशाना साधा है. शाह ने रविवार को कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर कांग्रेस, सोनिया गांधी और राहुल गांधी को अपना रुख साफ करना चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए. जबकि उन पर पलटवार करते हुए राहुल गांधी ने असम में कहा कि उन्हें देशभक्ति के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.
जेएनयू विवाद पर हो रही राजनीति को लेकर सोमवार को ब्लॉग लिखने के कुछ ही घंटों के बाद अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेस कर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और उनकी पार्टी से कई सवाल किए. उन्होंने कहा कि बीजेपी जेएनयू में कुछ दिनों पहले लगे 'राष्ट्र विरोधी नारों' की तीखी आलोचना करती है. शाह ने कहा, 'हमारे देश के किसी भी हिस्से में इस तरह की देशद्रोही हरकतों को सहन नहीं करना चाहिए. हम किसी कीमत पर ऐसी हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेंगे. कांग्रेस को चाहिए कि वह इस ओर अपना रुख साफ करे.
दूसरी ओर, सोमवार को असम पहुंचे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जनसभा को संंबोधित करते हुए अमित शाह और बीजेपी पर पलटवार किया. राहुल ने कहा, 'वो हमें देशभक्ति का लाइसेंस देने वाले कौन होते हैं. हमें गांधी के हत्यारों से किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.'
देश विरोधी नारे और अभिव्यक्ति की आजादी में फर्क
अमित शाह ने कहा, 'सरहद की रक्षा करने वाले सुरक्षा बलों की संवेदनाओं की चिंता की जानी चाहिए. संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु को सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा दी. राष्ट्रपति ने उसकी दया याचिका ठुकराई. इसके बावजूद जेएनयू में अफजल के समर्थन में नारे लगे. देश तोड़ने के लिए नारे लगे. उनमें पाकिस्तान जिंदाबाद, भारत की बर्बादी तक जंग जारी रहेगी, अफजल हम शर्मिंदा हैं... भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसे नारे लगाए गए. कांग्रेस उपाध्यक्ष अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर इसका समर्थन करना चाहते हैं तो मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि इससे बड़ा देशद्रोह के लिए सबूत क्या हो सकता है.'
माफी मांगें सोनिया और राहुल
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस का कोई प्रवक्ता इस घटना के लिए न माफी मांग रहा है. सोनिया और राहुल तो माफी मांगने का नाम नहीं ले रहे. उनके प्रवक्ता अफजल को जी कह रहे हैं. देशद्रोह के समर्थन में लगे हैं. जो मन में होता है वही तो बाहर आता है. अगर कांग्रेस नेताओं को लगता है कि राष्ट्र विरोधी तत्वों का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए तो कांग्रेस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को देश से माफी मांगनी चाहिए.
कांग्रेस से स्टैंड साफ करने की मांग
शाह ने कहा, 'मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हूं कि वह बताएं कि क्या वह राहुल के बयान का समर्थन करते हैं. क्या उन्हें सियाचिन में -50 डिग्री में शहीद होने वालों जवानों की सुरक्षा की चिंता है.' शाह ने अपनी पार्टी की ओर से कांग्रेस से इस पूरे मामले पर रुख स्पष्ट करने की मांग.
चाको और मनीष तिवारी ने भी किया वार
दूसरी ओर, अमित शाह के बयान और ओरापों का कांग्रेस नेता पीसी चाको ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा, 'हमें बीजेपी से देशभक्ति का पाठ नहीं चाहिए. कांग्रेस ने देश की संप्रभुता और देशभक्ति के लिए खून बहाया है.' चाको के अलावा कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी ट्विटर के जरिए बीजेपी अध्यक्ष पर वार किया. उन्होंने लिखा कि बीजेपी सवाल करने से पहले यह जवाब दे कि क्या वह फर्जी एनकाउंटर का समर्थन करती है?
Before shooting from the hip BJP President should clarify whether his party& NDA govt. Support fake encounters and extra judicial killings ?
— Manish Tewari (@ManishTewari) February 15, 2016